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Up Kiran, Digital Desk: राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के समाप्त होते ही मौसम ने करवट ली है। अब दिन में तेज धूप तो रात में सर्द हवाओं ने लोगों की दिनचर्या पर असर डालना शुरू कर दिया है। खासकर सुबह और शाम के समय ठिठुरन बढ़ने से स्कूल जाने वाले बच्चों और नौकरीपेशा लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

तापमान में असमानता से बढ़ी असहजता

राज्य के अलग-अलग हिस्सों में तापमान में भारी अंतर देखने को मिला है। उत्तर के बीकानेर, चूरू, श्रीगंगानगर और पिलानी जैसे जिलों में दिन का अधिकतम तापमान 2 से 3 डिग्री तक गिर गया है। वहीं दक्षिण और पूर्वी राजस्थान के डूंगरपुर, बारां, सिरोही, करौली और दौसा में पारा 30 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है, जिससे वहां दिन में गर्मी का एहसास हुआ।

मौसम विभाग की चेतावनी: ठंडी हवाएं रहेंगी सक्रिय

जयपुर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, अगले सात दिनों तक आसमान साफ रहेगा और उत्तर दिशा से ठंडी हवाएं चलती रहेंगी। इससे सुबह और रात के समय ठंड और अधिक महसूस की जाएगी। विशेषज्ञों का कहना है कि अगले 24 से 48 घंटों में न्यूनतम तापमान में तीन डिग्री तक की गिरावट संभव है।

प्रमुख शहरों में तापमान का हाल

बुधवार को बाड़मेर सबसे गर्म रहा, जहां अधिकतम तापमान 34.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा जैसलमेर में 33, जोधपुर में 32.6, डूंगरपुर में 31.8, कोटा में 31.2, टोंक में 30.8 और जयपुर में 30.6 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। वहीं श्रीगंगानगर के ग्रामीण इलाकों में सुबह हल्की धुंध भी देखी गई।

रात के तापमान में गिरावट, सर्दी का असर तेज

रात के समय तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। नागौर में न्यूनतम तापमान 8.9 डिग्री गिरकर 12.7 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। बीकानेर में 16, जोधपुर में 18, उदयपुर में 15.4, सिरोही में 13.6 और फतेहपुर में 13.3 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया।