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Up Kiran , Digital Desk: झारखंड के गिरिडीह जिले में शनिवार की दोपहर तक जहां झुलसाने वाली गर्मी से लोग बेहाल थे, वहीं दोपहर ढाई बजे के करीब अचानक बदले मौसम ने तबाही मचा दी। तेज़ आंधी के साथ आई बारिश और ओलावृष्टि ने जिले के कई हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। कई इलाकों में पेड़ उखड़कर सड़कों और बिजली के तारों पर गिर गए, जिससे न सिर्फ यातायात प्रभावित हुआ बल्कि बिजली आपूर्ति भी पूरी तरह ठप हो गई।

गर्मी से राहत, मगर राहत बनी आफ़त

शनिवार को सुबह से ही तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया था। लोग घरों में कैद थे और गर्मी से राहत की दुआ मांग रहे थे। मगर जैसे ही दोपहर बाद मौसम ने करवट बदली, तेज़ हवाएं चलने लगीं और देखते ही देखते आसमान से ओले गिरने लगे। जिले के कई गांवों में छतों पर टिन के चादर उड़ गए। कच्चे मकानों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है।

पेड़ गिरे, वाहन चकनाचूर

अचानक आए इस प्राकृतिक कहर में सड़कों पर खड़े कई वाहन भी चपेट में आ गए। कहीं पेड़ चार पहिया वाहन पर गिरा, तो कहीं दोपहिया वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। गिरिडीह शहर के पंचमंदिर, बड़कागांव और धनवार इलाके में कई जगहों से वाहनों को नुकसान की खबरें सामने आई हैं। राहत की बात यह रही कि किसी प्रकार की जनहानि की पुष्टि नहीं हुई है।

बिजली के खंभे टूटे, तारों पर गिरे पेड़

तेज़ हवाओं के कारण कई इलाकों में बिजली के पोल भी गिर गए और ऊपर से गुज़रते तारों पर भारी भरकम पेड़ आ गिरे। इसकी वजह से गिरिडीह शहर सहित कई ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। बिजली विभाग की टीमें देर शाम तक आपूर्ति बहाल करने में जुटी थीं, मगर कई क्षेत्रों में अंधेरे में रात बितानी पड़ी।

प्रशासन अलर्ट, सर्वे का काम शुरू

घटना के बाद जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीमें सक्रिय हो गई हैं। प्राथमिक आकलन में कई घरों को आंशिक क्षति और वाहनों को नुकसान की जानकारी मिली है। अधिकारियों ने बताया कि ग्रामीणों से क्षति का विवरण मांगा गया है और जल्द ही राहत सामग्री वितरित की जाएगी।

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