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Israel Hamas War: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बीते कल को रियाद में रणनीतिक वार्ता के लिए भारत-खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) की मंत्रिस्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि गाजा में चल रहा संघर्ष भारत की सबसे बड़ी चिंता है। उन्होंने इस क्षेत्र में तत्काल युद्ध विराम की वकालत की, जहां इजरायल और हमास के बीच लगभग एक साल से जंग जारी है।

जयशंकर ने आतंकवाद और बंधकों के खिलाफ भारत के निरंतर रुख को दोहराया और नागरिकों की जान जाने पर दुख जताया। उन्होंने कहा, "गाजा में मौजूदा स्थिति अब हमारी सबसे बड़ी चिंता है। इस संबंध में भारत का रुख सैद्धांतिक और सुसंगत रहा है। हम आतंकवाद और बंधकों के कृत्यों की निंदा करते हैं, मगर निर्दोष नागरिकों की निरंतर हो रही मौतों से हमें गहरा दुख है।"

जयशंकर ने कहा कि किसी भी प्रतिक्रिया में मानवीय कानून के सिद्धांतों को ध्यान में रखना चाहिए। उन्होंने कहा, "हम जल्द से जल्द युद्ध विराम का समर्थन करते हैं।" हम युद्धविराम का आह्वान करते  हैं।

बता दें कि दुनिया को उम्मीद थी कि इजरायल फिलिस्तीन जंग भारत युद्ध को रोकने का आह्वान कर सकता है और बीते कल यही हुआ है। विदेश मंत्री जयशंकर ने युद्ध विराम पर जोर दिया है।

जयशंकर ने फिलिस्तीनी मुद्दे के दो-राज्य समाधान के लिए भारत के समर्थन की पुष्टि की और फिलिस्तीनी संस्थागत और क्षमता निर्माण में भारत के योगदान का उल्लेख किया। उन्होंने मानवीय संकट के बीच फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) के लिए भारत के बढ़ते समर्थन का भी जिक्र किया।

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