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एनसीपी से बगावत कर दूसरे गुट में शामिल होने और महाराष्ट्र की शिंदे सरकार में शामिल होने के बाद से ही अजित पवार राजनीतिक चर्चा के केंद्र में है।

अजित पवार एनसीपी के चालीस विधायकों के समर्थन की बात कर रहे हैं तो वहीं शरद पवार अधिकांश विधायकों के अपनी तरफ होने का दावा कर रहे हैं। हालांकि बीते रविवार से महाराष्ट्र की राजनीति में शुरू हुआ सियासी ड्रामा आज हंगामेदार रहने वाला है क्योंकि आज चाचा और भतीजे ने अलग अलग बैठक बुलाई है।

अजित पवार के एनडीए में शामिल होने के बाद से ही महाराष्ट्र की सियासत को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही है। ऐसे में कई लोग ये भी दावा कर रहे हैं कि महाराष्ट्र को जल्द ही नया मुख्यमंत्री मिलने वाला है।

उधर गुटके नेता संजय राउत ने अजित पवार की बगावत के बाद कहा था की अजित पवार के में शामिल होने से एकनाथ शिंदे मायूस हो गए। वहीं कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चौहान ने ये दावा किया था। इस बगावत के पीछे असली वजह बीजेपी की ओर से दिया गया वो आश्वासन है जिसमें अजित पवार को मुख्यमंत्री बनाने की बात कही गई है।

 

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