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Up Kiran, Digital Desk: देश के सबसे सुरक्षित और समृद्ध खजाने की बात हो और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का नाम न आए, ऐसा हो नहीं सकता। लेकिन इस बार मामला कुछ खास है RBI को हाल ही में 3.4 मीट्रिक टन शुद्ध सोना मुफ्त में मिला है, जिसकी बाजार कीमत करीब 3,551.40 करोड़ रुपये है। दिलचस्प बात यह है कि इस सोने को खरीदने के लिए बैंक ने एक भी पैसा खर्च नहीं किया।
कहां से आया यह ‘फ्री’ वाला सोना
यह सोना तस्करी के जरिए देश में लाया गया था और इसे कस्टम और राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने देश के अलग-अलग बॉर्डर क्षेत्रों खासकर म्यांमार सीमा पर पकड़ा। साल 2023-24 में करीब 4,869 किलोग्राम सोना तस्करी करते हुए जब्त किया गया, जिसमें से शुद्धिकरण के बाद 3.4 टन सोना RBI को सौंप दिया गया।
कैसे हुआ ये ट्रांसफर
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में यह खुलासा किया कि यह सोना Security Printing and Minting Corporation of India Limited (SPMCIL) ने शुद्ध करके RBI को सौंपा है। SPMCIL वही सरकारी इकाई है जो देश के नोट और सिक्के छापने का काम भी करती है। अब वह तस्करी में जब्त किए गए सोने को रिफाइन करके आर्थिक संपदा में बदलने का कार्य कर रही है।
क्यों होती है सोने की तस्करी
वित्त मंत्री ने बताया कि सोने पर भारी टैक्स और ड्यूटी के कारण स्मगलर्स इसे चोरी-छिपे भारत लाते हैं। यही एक बड़ा इकनॉमिक लीकेज है, जिससे सरकार के राजस्व को नुकसान पहुंचता है। लेकिन सरकार अब इस लीकेज को अवसर में बदल रही है तस्करी में पकड़ा गया सोना जब्त करके उसे रिजर्व बैंक के स्वर्ण भंडार में शामिल किया जा रहा है।
SPMCIL: सिर्फ नोट-छापने की कंपनी नहीं
SPMCIL अब सिर्फ नोट और सिक्के छापने तक सीमित नहीं रही। यह अब तस्करी में पकड़े गए सोने को शुद्ध कर आर्थिक संपदा में बदलने का महत्वपूर्ण कार्य भी कर रही है। FY 2023-24 में इस कंपनी ने 1,200 करोड़ रुपये के बैंक नोट छापे और 364 करोड़ रुपये का लाभांश सरकार को दिया। अब इसे ‘नवरत्न’ कंपनी का दर्जा देने की भी तैयारी है।
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