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Marathi Sahitya Sammelan: देश की राजधानी दिल्ली में 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन का उद्घाटन पीएम मोदी ने किया। इस अवसर पर शरद पवार ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रधानमंत्री का स्वागत किया। मराठी साहित्य सम्मेलन के अवसर पर राजधानी में मराठी भाषा की गूंज है। शुक्रवार की सुबह एक भव्य पुस्तक मेला आयोजित किया गया, जिसमें महाराष्ट्र और दुनिया भर से साहित्यकारों और उत्साही लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इसी कार्यक्रम में एक कश्मीरी लड़की ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने "जय जय महाराष्ट्र माझा" गीत गाया।

कौन है वो कश्मीरी लड़की

सरहद संस्था के जरिए से दिल्ली में अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में कश्मीर के बांदीपोरा इलाके की युवती शमीमा अख्तर ने जय जय महाराष्ट्र माझा गीत गाया। इस गाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इससे पहले भी इस युवती द्वारा गाया गया गाना "लाफले अमहंस भाग्य बोलतो मराठी" चर्चा का विषय बना था। यह पहली बार नहीं है जब शमीमा अख्तर सामने आई हों, बल्कि वह अपनी मधुर आवाज में विट्ठल भक्ति गीत और अभंग भी गाती हैं।

शमीमा अख्तर मूल रूप से कश्मीर की रहने वाली हैं और कश्मीर के बांदीपोरा इलाके में पली बढ़ी हैं। उनका बचपन आतंक के साये में बीता। उसकी माँ को एक आतंकवादी हमले में गोली मार दी गयी थी। बचपन में शमीमा को पता नहीं था कि उसके आसपास क्या हो रहा है। वह इसी डर में बड़ी हुई। अब यही शमीमा धर्म, जाति और पंथ से ऊपर उठकर अपनी आवाज से शांति और एकता का संदेश देती है।

शमीमा को अपने घर से संगीत की विरासत मिली। उनके दादा एक प्रसिद्ध कव्वाली गायक थे। इसलिए संगीत की ध्वनियाँ लगातार उसके कानों तक पहुँचती रहतीं। वह अपने दादा की कव्वाली सुनकर बड़ी हुई। शमीमा को बचपन से ही गायन का शौक था, जो अपनी मां और शिक्षकों के सहयोग से और अधिक निखर कर सामने आया। इसके बाद उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से संगीत में डिग्री पूरी की। समय के साथ शमीमा पुणे आ गईं और वहीं उन्होंने मराठी गाने सीखना शुरू किया।