
Up Kiran, Digital Desk: दुनिया की राजनीति में एक दिलचस्प घटनाक्रम देखने को मिला है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा शांति योजना पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन वाले एक पोस्ट को बिना किसी कमेंट के अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल पर शेयर किया है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब अमेरिका खुद राजनीतिक उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा है और सरकार पर 'शटडाउन' का खतरा मंडरा रहा है।
क्या था पीएम मोदी का बयान?
दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने गाजा में चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के लिए अमेरिका द्वारा प्रस्तावित शांति योजना का समर्थन किया था। उन्होंने इस योजना को "रचनात्मक" बताते हुए कहा था कि भारत स्थायी शांति और स्थिरता के लिए सभी प्रयासों का स्वागत करता है।
ट्रंप के शेयर करने के क्या हैं मायने?
डोनाल्ड ट्रंप, जो अक्सर अपनी मुखर और विवादास्पद टिप्पणियों के लिए जाने जाते हैं, उनका इस तरह चुपचाप पीएम मोदी के बयान को शेयर करना कई सवाल खड़े करता है। राजनीतिक विश्लेषक इसके अलग-अलग मतलब निकाल रहे हैं:
कूटनीतिक इशारा: कुछ का मानना है कि यह भारत के बढ़ते वैश्विक प्रभाव और पीएम मोदी के एक विश्व नेता के रूप में कद को स्वीकार करने का एक तरीका है। ट्रंप यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि दुनिया के बड़े नेता भी इस योजना का समर्थन कर रहे हैं।
घरेलू राजनीति: वहीं, कुछ इसे ट्रंप की घरेलू राजनीति का हिस्सा मान रहे हैं। अमेरिका में एक बड़ा भारतीय-अमेरिकी समुदाय है, और हो सकता है कि ट्रंप पीएम मोदी के रुख को शेयर करके उन्हें अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रहे हों।
बाइडेन पर दबाव: यह भी संभव है कि वह बिना कुछ कहे, वर्तमान बिडेन प्रशासन पर यह दिखाने के लिए दबाव बना रहे हों कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस शांति योजना को कितना समर्थन मिल रहा है।
वजह चाहे जो भी हो, ट्रंप के इस कदम ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की महत्वपूर्ण भूमिका और पीएम मोदी के वैश्विक कद को उजागर कर दिया है।