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Up Kiran, Digital News: बॉलीवुड अभिनेता प्रतीक बब्बर की शादी इस साल वेलेंटाइन डे के दिन उनके चाहने वालों के लिए जितनी खास रही उतनी ही विवादों से भी घिरी रही। जब प्रतीक ने अपनी गर्लफ्रेंड और अभिनेत्री प्रिया बनर्जी के साथ शादी की तो इससे ज्यादा सुर्खियाँ इस बात ने बटोरीं कि शादी में राज बब्बर, नादिरा बब्बर, आर्य बब्बर और जूही बब्बर जैसे परिवार के अहम सदस्य गैरहाजिर थे।

अब प्रतीक ने अपनी चुप्पी तोड़ दी है और ज़ूम को दिए इंटरव्यू में उन्होंने विस्तार से बताया कि उन्होंने अपने पिता और उनके परिवार को शादी में क्यों नहीं बुलाया।

प्रतीक बब्बर ने स्पष्ट किया कि यह फैसला किसी गिले-शिकवे या व्यक्तिगत मनमुटाव की वजह से नहीं लिया गया। बल्कि यह उनकी दिवंगत मां स्मिता पाटिल के सम्मान में लिया गया निर्णय था।

उन्होंने बताया कि शादी स्मिता पाटिल के घर पर हुई। वही घर जिसे उन्होंने सिंगल मदर होते हुए प्रतीक की परवरिश के लिए खरीदा था। ऐसे में प्रतीक को ये फैसला लेना पड़ा कि वो अपने पिता और सौतेली मां को उस जगह आमंत्रित नहीं करेंगे जिसे उनकी मां ने अपने संघर्ष और आत्मसम्मान से खड़ा किया था।

प्रतीक ने माना कि राज बब्बर और स्मिता पाटिल के बीच का रिश्ता और उसके बाद उनकी शादी नादिरा बब्बर से समय के साथ एक पेचीदा पारिवारिक समीकरण बन गया है।

प्रतीक ने यह भी कहा कि उन्होंने अपने पिता और उनके परिवार के लिए एक अलग समारोह आयोजित करने का विचार किया था लेकिन जब उनके सौतेले भाई-बहन ने सार्वजनिक रूप से नाराज़गी जताई तो वह योजना भी टाल दी गई।

 

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