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Up Kiran, Digital Desk: ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी कंपनी स्विगी (Swiggy) से जुड़ी एक बड़ी और अच्छी खबर आई है। लिस्टिंग (Listing) की तैयारियों के बीच ही कंपनी के 'अनलिस्टेड शेयरों' (Unlisted Shares), जिन्हें मार्केट की भाषा में 'एटर्नल शेयर्स' (Eternal Shares) कहा जाता है, उनमें 3% तक की उछाल देखने को मिली है। इस उछाल की बड़ी वजह ग्लोबल निवेश बैंक सिटी (Citi Bank) का वो ताज़ा फैसला है, जिसमें उन्होंने स्विगी के लिए अपने टारगेट प्राइस (Target Price) को बढ़ा दिया है।
क्या है यह 'एटर्नल' स्टॉक: आसान भाषा में समझें तो स्विगी जैसी जो कंपनियां अभी तक स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध (Listed) नहीं हुई हैं, उनके शुरुआती शेयर, यानी अनलिस्टेड स्टॉक, खास 'ग्रे मार्केट' (Grey Market) या अनौपचारिक मार्केट में ख़रीदे-बेचे जाते हैं। सिटी ने इन 'एटर्नल शेयरों' के मूल्य लक्ष्य (Price Target) को बढ़ाने की घोषणा की है।
इससे साफ़ पता चलता है कि सिटी का मानना है कि जैसे-जैसे स्विगी स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग के नज़दीक आ रही है, वैसे-वैसे उसकी वैल्यू (मूल्य) और ज़्यादा बढ़ सकती है।
क्यों बढ़ गया सिटी का भरोसा: सिटी (Citi) ने स्विगी पर अपना भरोसा दो मुख्य बातों के आधार पर जताया है:
कम हो रहा नुकसान: पिछले एक साल में स्विगी ने अपनी लागत पर कड़ाई से नियंत्रण किया है। इसका नतीजा यह हुआ है कि कंपनी अपने परिचालन नुकसान (Operational Losses) को काफी कम करने में सफल रही है। कम होता घाटा निवेशकों को कंपनी के प्रबंधन (Management) पर ज़्यादा विश्वास दिलाता है।
डिलीवरी वॉल्यूम में वृद्धि: भले ही पूरे मार्केट में थोड़ी अस्थिरता है, लेकिन स्विगी की फ़ूड और ग्रॉसरी डिलीवरी का वॉल्यूम (Delivery Volume) मज़बूत बना हुआ है। यानी, लोग पहले की तरह स्विगी से खाना ऑर्डर कर रहे हैं, जिससे रेवेन्यू (Revenue) ग्रोथ में मजबूती बनी हुई है।
कुल मिलाकर, इस बड़े वैश्विक बैंक द्वारा टारगेट प्राइस बढ़ाना स्विगी के लिए एक बड़ा सकारात्मक संकेत है। यह न सिर्फ लिस्टिंग से पहले उसकी वैल्यू बढ़ा रहा है, बल्कि मार्केट को भी यह मैसेज दे रहा है कि स्विगी घाटे को पीछे छोड़ते हुए अब एक टिकाऊ (Sustainable) और मुनाफ़े वाले बिज़नेस की दिशा में आगे बढ़ रही है।