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Up Kiran, Digital Desk: क्या आपने कभी सोचा है कि दुनिया में ऐसा कोई देश है, जो अपनी पूरी आबादी, जी हाँ, अपनी पूरी आबादी के लिए भूमिगत बंकर (सुरक्षित आश्रय) तैयार रखता है? यह कोई काल्पनिक कहानी नहीं, बल्कि स्विट्जरलैंड की हकीकत है, जो दशकों से अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए एक अनोखी और व्यापक नीति का पालन कर रहा है।

क्यों हैं ये बंकर? एक ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य

शीत युद्ध के दौरान परमाणु हमले के खतरे को देखते हुए, स्विट्जरलैंड ने अपने नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। 1960 के दशक में, उन्होंने एक ऐसा कानून बनाया, जिसके तहत हर घर, अस्पताल और सार्वजनिक भवन में बम-प्रूफ शेल्टर बनाना अनिवार्य कर दिया गया।

उनके 'फेडरल सिविल प्रोटेक्शन एक्ट' (1963) के अनुसार, हर नागरिक के लिए एक सुरक्षित बंकर उपलब्ध होना चाहिए। चौंकाने वाली बात यह है कि आज भी स्विट्जरलैंड में इतने बंकर और भूमिगत आश्रय मौजूद हैं कि वहाँ की पूरी आबादी, यहाँ तक कि वहाँ रहने वाले विदेशी भी, आपात स्थिति में इनमें पनाह ले सकते हैं।

बंकरों की बनावट और उपयोग

ये बंकर दो तरह के होते हैं - निजी घरों में बने छोटे बंकर और बड़े सार्वजनिक आश्रय। इन्हें मोटी कंक्रीट की दीवारों, मजबूत धमाका-प्रूफ दरवाजों, शुद्ध हवा देने वाले वेंटिलेशन सिस्टम, पानी शुद्ध करने की व्यवस्था और आपातकालीन बिजली सप्लाई के साथ डिज़ाइन किया गया है। ये इतने मजबूत होते हैं कि रासायनिक, जैविक, परमाणु हमलों और यहां तक कि प्राकृतिक आपदाओं से भी बचाव कर सकते हैं।

शांति काल में इन बंकरों का उपयोग भंडारण कक्ष, वाइन सेलार, जिम या खेल के मैदान के रूप में भी किया जाता है। लेकिन आपातकाल की स्थिति में इन्हें तुरंत आश्रय के लिए तैयार किया जा सकता है।

एक अद्वितीय और महंगी नीति

यह दुनिया में एक अद्वितीय नीति है; कोई और देश अपनी पूरी आबादी के लिए ऐसे व्यापक बंकर नेटवर्क का रखरखाव नहीं करता। इस पर भारी लागत आती है, लेकिन स्विस सरकार इसे अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा और नागरिक सुरक्षा के लिए एक आवश्यक निवेश मानती है। उनका मानना है कि किसी भी स्थिति में अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना उनकी सर्वोच्च जिम्मेदारी है।

भले ही शीत युद्ध समाप्त हो गया हो, लेकिन आतंकवाद, पारंपरिक युद्धों और प्राकृतिक आपदाओं के बढ़ते खतरों के चलते इन बंकरों की प्रासंगिकता बनी हुई है। स्विट्जरलैंड अपने नागरिकों की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में कोई समझौता नहीं करता, और यह नीति इसका एक मजबूत प्रमाण है।

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