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भारत और वेस्टइंडीज के बीच दूसरा टेस्ट मैच 20 जुलाई से पोर्ट ऑफ स्पेन में शुरू होने वाला है और इस टेस्ट मैच से पहले जो रिपोर्ट्स आ रही हैं उनमें यह कहा जा रहा है कि दूसरे टेस्ट मैच की प्लेइंग इलेवन में बदलाव होना तय है और इस बात के संकेत कप्तान रोहित शर्मा भी दे चुके हैं कि दूसरे टेस्ट मैच की प्लेइंग इलेवन में बदलाव तो पक्का होगा।

ऐसे में जो रिपोर्ट सामने आ रही है उनके मुताबिक रविचंद्रन अश्विन को दूसरे टेस्ट मैच से बाहर किया जा सकता है। अब सवाल यह है कि रविचंद्रन अश्विन के साथ नाइंसाफी क्यों? दरअसल रविचंद्रन अश्विन ने पिछले टेस्ट मैच की दोनों पारियों में पाँच विकेट हॉल लिया था। उन्होंने पूरे टेस्ट मैच में मिलाकर 12 विकेट चटकाए थे। तो ऐसे में इस दमदार प्रदर्शन के बाद अब रविचंद्रन अश्विन को टीम से बाहर क्यों किया जा रहा है।

सवाल यह भी है कि रविचंद्रन अश्विन का प्रदर्शन जो है वो वेस्टइंडीज के खिलाफ विराट कोहली और रोहित शर्मा से ज्यादा दमदार है। टेस्ट क्रिकेट में अगर हम रविचंद्रन अश्विन के औसत की बात करें तो उनका औसत। वेस्टइंडीज के खिलाफ विराट कोहली से भी बेहतर है। वेस्टइंडीज के खिलाफ रविचंद्रन अश्विन का औसत है 58.75 का। वो वेस्टइंडीज के खिलाफ सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज हैं। इसके अलावा अगर हम बात करें तो उन्होंने इस भारतीय टीम में यानी कि मौजूदा भारतीय टीम में वेस्टइंडीज के खिलाफ सबसे ज्यादा चार चार शतक भी लगाए हैं। तो ऐसे में इस दमदार प्रदर्शन के बावजूद भी रविचंद्रन अश्विन पर ही क्यों तलवार लटक रही है।

दरअसल इसकी वजह है पोर्ट ऑफ स्पेन की पिच। ऐसा माना जाता है कि पोर्ट ऑफ स्पेन की पिच जो है वो तेज गेंदबाजों को मदद करती है और वेस्टइंडीज की टीम इस सीरीज में पहले ही पिछड़ रही है। तो ऐसे में कैरेबियाई टीम जो है इस सीरीज को बराबरी पर खत्म करना चाहेगी। तो ऐसे में कैरेबियाई टीम पोर्ट ऑफ स्पेन में एक तेज तर्रार और बाउंसी पिच तैयार करवा सकती है। तो ऐसे में भारतीय टीम पोर्ट ऑफ स्पेन में चार तेज गेंदबाजों के साथ उतर सकती है और ऐसे में रविचंद्रन अश्विन को टीम से बाहर होना पड़ सकता है। 

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