
Up Kiran, Digital Desk: भारत का अपना ग्लोबल फाइनेंशियल हब बनाने का सपना अब सच होता दिख रहा है और इसका केंद्र होगा गुजरात का 'गिफ्ट सिटी' (GIFT City)। देश के वित्तीय सेक्टर के बड़े-बड़े लीडर्स का मानना है कि गिफ्ट सिटी में वो सारी खूबियां हैं जो इसे सिंगापुर, दुबई या हांगकांग जैसा एक बड़ा अंतरराष्ट्रीय वित्तीय केंद्र बना सकती हैं।
यह बात एक बड़े सर्वे में सामने आई है, जिसका नाम है "गिफ्ट सिटी - इंडियाज ग्लोबल फाइनेंस हब"। इस सर्वे को सैवी ग्रुप (Savvy Group) और रॉयल इंस्टीट्यूशन ऑफ चार्टर्ड सर्वेयर्स (RICS) ने मिलकर किया है, जिसमें बैंकिंग, बीमा, शेयर बाजार और एसेट मैनेजमेंट जैसी कंपनियों के सीनियर अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
क्या कहता है यह सर्वे?सर्वे में शामिल लगभग आधे, यानी 49% लोगों का मानना है कि गिफ्ट सिटी में पूरी क्षमता है कि वह सिंगापुर या दुबई जैसा एक बड़ा अंतरराष्ट्रीय वित्तीय केंद्र बन सके।
इसके अलावा, 28% का मानना है कि यह भले ही हर मामले में ग्लोबल हब न बने, लेकिन कुछ खास वित्तीय क्षेत्रों (जैसे फिनटेक या सस्टेनेबल फाइनेंस) का एक बड़ा केंद्र ज़रूर बन सकता है।
यानी कुल मिलाकर 77% से ज़्यादा वित्तीय दिग्गज इसे एक सफल हब के तौर पर देखते हैं।
क्यों है गिफ्ट सिटी पर इतना भरोसा?
सर्वे में शामिल लीडर्स ने गिफ्ट सिटी की कुछ खासियतों को इसकी सबसे बड़ी ताकत बताया है:
टैक्स में छूट और दूसरे वित्तीय फायदे।
इसे आगे बढ़ाने के लिए सरकार का पूरा समर्थन।
यहां बनाया गया वर्ल्ड-क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर।
लेकिन राह में ये चुनौतियां भी:सर्वे यह भी बताता है कि इस सपने को पूरी तरह से सच करने के लिए कुछ चुनौतियों से पार पाना होगा:
यहां काम करने के लिए कुशल और अनुभवी प्रोफेशनल्स की ज़रूरत।
शहर तक पहुंचने के लिए बेहतर कनेक्टिविटी (हवाई और सड़क मार्ग)।
पूरी दुनिया का भरोसा जीतना और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रांड बनाना।
सैवी ग्रुप के चेयरमैन समीर सिन्हा ने भी कहा कि यह सर्वे दिखाता है कि देश के फाइनेंशियल लीडर्स गिफ्ट सिटी को लेकर कितने सकारात्मक हैं और इसे भारत की आर्थिक तरक्की का एक बड़ा इंजन मानते हैं।