दारू पीने के बाद नशे की हालत में लोग तरह-तरह के काम करने लगते हैं। इसमें कुछ लोग बहादुरी दिखाते हैं। कुछ लोग किसी की याद में रोते हैं। यदि कोई गुस्से में शराब पीता है तो वह गुस्सा हो जाता है। इसके साथ साथ आपने अक्सर लोगों को तरह-तरह के नाटक करते देखा होगा। कुछ लोग नशे में ज्यादा इमोशनल हो जाते हैं तो कुछ अपने दिल के सारे राज शेयर कर देते हैं।
ऐसा भी कहा जाता है कि नशे में लोग हमेशा सच बोलते हैं, मगर क्या आपने कभी गौर किया है कि नशे में लोग न सिर्फ सच बोलते हैं बल्कि अंग्रेजी भी बोलने लगते हैं।
कई मर्तबा तो इन शराबियों की अंग्रेजी ऐसी होती है कि आप अपनी हंसी नहीं रोक पाते। वास्तव में, नशे की स्थिति में भाषा के साथ किसी की परेशानी बहुत कम हो जाती है। इसके अलावा, 'लोग क्या सोचेंगे' का सवाल शराबी के मन में कभी नहीं आता, न ही वह इस बारे में सोचता भी है।
इसलिए कोई भी नशे में धुत व्यक्ति आसानी से अलग-अलग भाषाएं बोलना शुरू कर सकता है। यह बात एक स्टडी से सामने आई है। यूनिवर्सिटी ऑफ लिवरपूल और किंग्स कॉलेज लंदन ने भाषा और शराब के बीच संबंध पर शोध किया, जिसमें भी यह बात सच निकली।
इस शोध में 2 भाषाओं के जानकार 50 लोगों को शामिल किया गया था। इन सभी लोगों को शराब पिलाई जाती थी, जिसके बाद दारू पीने वाला व्यक्ति नशे में होने से पहले दूसरी भाषा बेहतर बोलता था।
--Advertisement--