_193368596.png)
Up Kiran, Digital Desk: भारत की वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स (WCL) में अब तक की यात्रा किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं रही—राजनीतिक स्टैंड, दबाव भरे हालात, और ज़बरदस्त वापसी के बीच आखिरकार टीम ने सेमीफाइनल में जगह बना ही ली। टूर्नामेंट की शुरुआत में झटकों का सामना करने के बाद भारतीय टीम ने अपने आखिरी लीग मुकाबले में वेस्टइंडीज को हराकर न केवल जीत दर्ज की, बल्कि इंग्लैंड को नेट रन रेट में पीछे छोड़कर अंतिम चार में एंट्री भी कर ली।
सेमीफाइनल तक पहुँचने की राह आसान नहीं थी। भारत को 145 रनों का पीछा करते हुए 14 ओवर से पहले लक्ष्य पाना था। ये वही लक्ष्य था, जिस पर टूर्नामेंट में आगे बढ़ने या बाहर होने का फ़ैसला टिका था। मैच की शुरुआत तनावपूर्ण थी, लेकिन स्टुअर्ट बिन्नी और यूसुफ पठान ने मोर्चा संभालते हुए 13.2 ओवर में ही भारत को जीत दिला दी। बिन्नी ने मात्र 21 गेंदों पर नाबाद अर्धशतक जमाया और अपनी विस्फोटक बल्लेबाज़ी से पूरे मैच की दिशा ही बदल दी।
इससे पहले भारत की गेंदबाज़ी ने वेस्टइंडीज की कमर तोड़ दी थी, जब शुरुआती ओवरों में विपक्षी टीम का स्कोर सिर्फ 43/5 हो गया था। लेकिन कीरोन पोलार्ड ने 74 रन की नाबाद पारी खेलते हुए वेस्टइंडीज को सम्मानजनक स्कोर तक पहुँचाया और मुकाबले को दिलचस्प बना दिया। भारत की बल्लेबाज़ी भी शुरुआती झटकों से नहीं बच पाई, लेकिन अंत में अनुभव और आत्मविश्वास ने काम किया।
इस जीत की अहमियत सिर्फ खेल तक सीमित नहीं है। भारत ने इससे पहले पाकिस्तान के खिलाफ मैच खेलने से इनकार कर दिया था, जो पहलगाम आतंकी हमले के बाद सेना के समर्थन में लिया गया एक सशक्त राजनीतिक रुख था। अब सेमीफाइनल में भारत का सामना फिर से पाकिस्तान से होना तय है, लेकिन मैच होगा या नहीं, इस पर असमंजस बरकरार है।
--Advertisement--