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धर्म / अध्यात्म डेस्क। जेष्ठ मास प्रचंड गर्मी के साथ ही पूजा पाठ के लिए भी जाना जाता है। इस माह कई व्रत त्यौहार पड़ते हैं। मान्यता है कि धन की देवी लक्ष्मी जी का आशीर्वाद पाने के लिए ज्येष्ठ पूर्णिमा का दिन बहुत शुभ है। इस दिन गुलाब के कुछ सहज उपायों से आप पर मां लक्ष्मी होंगी प्रसन्न और घर परिवार में धन का आगमन शुरू हो जाएगा। अन्य ढेर सारी समाद्यायें भी छू - मंतर हो जाएंगी।

जेष्ठ माह की पूर्णिमा पूजा-पाठ, धर्म, कर्म और पुण्य प्राप्ति के लिए अहम माना जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा का अलग ही महत्व है। पूर्णिमा तिथि पर लक्ष्मी की पूजा करने और कुछ सरल उपायों को करने से लक्ष्मी जी प्रसन्न होकर कृपा की वर्षा करती हैं। इस साल ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा 21 और 22 जून को पड़ रही है। ज्योतिषियों के अनुसार इस बार पूर्णिमा की पूजा-पाठ और व्रत 21 जून को और पूर्णिमा स्नान-दान आदि 22 जून को किया जाएगा।

मान्यता अनुसार जेष्ठ माह की पूर्णिमा तिथि पर मां लक्ष्मी को गुलाब के फूल अर्पित कर पूजा करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। इससे व्यक्ति को सभी तरह की परेशानियों से छुटकारा मिलता है। ज्योतिष के अनुसार ज्येष्ठ पूर्णिमा पर तीन गुलाब के फूल और तीन बेला को हाथों में लेकर प्रार्थना करें और फिर उसे जल में प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से आपके बिगड़े काम भी बनने लगेंगे।

आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए ज्येष्ठ पूर्णिमा पर पांच लाल गुलाब के फूल को सफेद रंग के कपड़े में चारों कोने में एक-एक गुलाब बांध दें।  पांचवे गुलाब को बीच में रखकर बांधे और फिरइसे बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। इससे जीवन में आने वाली अड़चनें दूर हो जाएंगी और कर्ज आदि से भी मुक्ति मिलेगी।

घर - परिवार में सुख-शांति और समृद्धि के लिए पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी को लाल रंग के गुलाब के फूल अर्पित कर विधिपूर्वक पूजा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है।इसी तरह ज्येष्ठ पूर्णिमा की रात एक चांदी की कटोरी में कपूर और लाल गुलाब की कुछ पखुड़ियों को जलाने और मां लक्ष्मी के सामने रखकर अपनी समस्याओं को दूर करने की प्रार्थना करने से पुराणी से पुराणी समस्याएं भी छू - मंतर हो जाती हैं। 
 

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