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Up Kiran, Digital Desk: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कांग्रेस पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को किसी भी विदेशी या संस्थागत धन का समर्थन नहीं मिलता। उन्होंने यह बयान लखनऊ में आयोजित 'गीता प्रेरणा महोत्सव' कार्यक्रम में दिया, जिसमें आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी उपस्थित थे। योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में कहा कि आरएसएस पूरी तरह से समाज से मिल रहे सहयोग और सेवा की भावना से संचालित होता है।

आदित्यनाथ का यह बयान कांग्रेस नेता और कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे द्वारा आरएसएस के कामकाज और उसकी फंडिंग को लेकर उठाए गए सवालों के बाद आया। खड़गे ने 2 नवंबर को ट्विटर पर कहा था कि आरएसएस एक अपंजीकृत और गैर-जवाबदेह संगठन है, जो पारदर्शिता से बचने के लिए पंजीकरण नहीं कराता।

आदित्यनाथ ने कहा, "हम हमेशा यह बताते हैं कि हम स्वयंसेवकों के रूप में काम करते हैं। जब हमसे फंडिंग के बारे में पूछा जाता है, तो हम जवाब देते हैं कि कोई निर्धारित फंडिंग पैटर्न नहीं है। आरएसएस न तो ओपेक देशों से पैसे लेता है, न ही अंतर्राष्ट्रीय चर्च से। यह केवल समाज के सहयोग से चलता है और समाज की सेवा करता है।"

आदित्यनाथ ने आरएसएस की सेवाओं की सराहना करते हुए कहा कि संगठन ने हमेशा संकट में फंसे लोगों की मदद की है, चाहे उनका धर्म जो भी हो। उन्होंने इसे भारत के सभ्यतागत मूल्यों से जोड़ते हुए कहा कि भारत का हमेशा से यह सिद्धांत रहा है कि "जो भी शरण में आए, उसे स्वागत दिया जाए"। उन्होंने 'वसुधैव कुटुम्बकम' और 'जियो और जीने दो' के सिद्धांतों को भी याद दिलाया, जो भारतीय संस्कृति के आधार हैं।