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Up Kiran, Digital Desk: लखनऊ में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्रोडक्शन यूनिट में ब्रह्मोस मिसाइल की पहली खेप को हरी झंडी दिखाई। यह क्षण हमारे लिए गर्व का है, खासकर ‘मेक इन इंडिया’ के तहत देश की रक्षा तकनीक में आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर कहा कि भारत अब न केवल अपनी रक्षा जरूरतें पूरी करने में सक्षम है, बल्कि ब्रह्मोस मिसाइल जैसी तकनीक से विश्व के मित्र देशों की सुरक्षा भी सुनिश्चित कर सकता है। उन्होंने बताया कि रक्षा उत्पादन क्षेत्र में इस परियोजना से करीब 15 हजार लोगों को रोजगार मिला है, जो सुरक्षा क्षेत्र में आर्थिक विकास का परिचायक है।
उत्तर प्रदेश में 2500 एकड़ क्षेत्र में बनाए जा रहे डिफेंस कॉरिडोर का यह प्रोजेक्ट सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस डिफेंस कॉरिडोर में मिसाइल निर्माण, परीक्षण और गुणवत्ता जांच जैसी सारी प्रक्रियाएं पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से हो रही हैं। यह पहल ‘मेक इन इंडिया’ और ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ के लक्ष्य को साकार कर रही है।
सीएम योगी ने यह भी बताया कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने इस प्रक्रिया में 40 करोड़ रुपये का GST दिया है और अमेठी में AK-203 राइफल का निर्माण भी जोरशोर से चल रहा है। यह दिखाता है कि भारत की रक्षा उत्पादन क्षमता में तेजी से विस्तार हो रहा है।
इस यूनिट के जरिए भारत अपनी रक्षा क्षमताओं में स्वावलंबी बनने की दिशा में मजबूती से बढ़ रहा है। यह सिर्फ मिसाइल उत्पादन का केंद्र नहीं, बल्कि भारत की सुरक्षा में नए युग की शुरुआत है।