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उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण मामले में एक बड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद घोषणा की है कि मतांतरण गिरोह का संचालन करने वाले जलालुद्दीन की सभी अवैध संपत्तियों को सरकार जल्द जब्त करेगी। यह फैसला राज्य सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत लिया गया है।

बताया जा रहा है कि जलालुद्दीन लंबे समय से गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को लालच देकर धर्म बदलवाने का काम कर रहा था। जांच में सामने आया है कि उसके नेटवर्क के जरिए कई जिलों में साजिश के तहत धर्मांतरण कराया गया। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को इस नेटवर्क के कई अहम सुराग हाथ लगे हैं।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि राज्य में किसी को भी कानून से ऊपर नहीं समझा जाएगा। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी जो समाज को तोड़ने और भ्रम फैलाने का काम करते हैं। जलालुद्दीन और उसके साथियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत भी कार्रवाई की जा रही है।

प्रशासन ने अब जलालुद्दीन की चल-अचल संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है। जिन जमीनों और मकानों को गलत तरीके से कमाया गया है, उन्हें चिन्हित कर जब्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि जलालुद्दीन को किन संगठनों या विदेशी फंडिंग से मदद मिल रही थी।

इस कार्रवाई से साफ संदेश गया है कि उत्तर प्रदेश सरकार समाज में किसी भी प्रकार की अराजकता या कट्टरता को बर्दाश्त नहीं करेगी। सरकार का कहना है कि जो लोग भोले-भाले नागरिकों की आस्था के साथ खिलवाड़ करते हैं, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाए जाएंगे।