राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के चीफ सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की उनके आवास पर दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिससे पूरे देश में हड़कंप मच गया। इस बीच, हत्या में शामिल दो आरोपी नितिन फौजी और रोहित सिंह राठौड़ और उनकी मदद करने वाले उधम को पुलिस ने हथकड़ी लगा दी है।
पुलिस ने इन तीनों को शनिवार रात चंडीगढ़ में एक शराब की दुकान के पास से अरेस्ट किया है। फौजी और राठौड़ को अरेस्ट करने के लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और राजस्थान पुलिस की एसआईटी ने एक संयुक्त अभियान चलाया था। पूरा ऑपरेशन एडीजी क्राइम दिनेश एमएन और पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ के मार्गदर्शन में चलाया गया।
पुलिस ने फौजी और राठौड़ को अरेस्ट करने से पहले उनके सहयोगी रामवीर जाट को 9 दिसंबर की शाम को हथकड़ी लगा दी थी। रामवीर हरियाणा के महेंद्रगढ़ के रहने वाले हैं। उसने ही सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद आरोपियों को जयपुर से भागने में मदद की थी। रामवीर दोनों शूटरों को बगरू टोल प्लाजा से बस में बैठाया था।
इसके बाद वह फरार हो गया। साथ ही आरोपियों के लिए जयपुर के एक होटल में ठहरने की व्यवस्था भी रामवीर ने ही की थी। रामवीर और नितिन फौजी दोस्त हैं और दोनों के गांव आसपास हैं। दोनों ने 12वीं तक साथ पढ़ाई की थी। 12वीं पास करने के बाद नितिन सेना में शामिल हो गए।
बीते 5 दिसंबर को राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की नितिन और रोहित ने उनके घर में हत्या कर दी थी। इसके बाद वे फरार हो गये। इस घटना का सीसीटीवी वीडियो भी वायरल हो गया। इसके बाद राजस्थान के साथ-साथ पूरे देश में हड़कंप मच गया। 6 दिसंबर को राजस्थान बंद का आह्वान किया गया था।
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