_1919860965.png)
राजधानी जयपुर में बीती रात्रि एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ जहां ट्रेन की चपेट में आकर एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। खोह नागोरियान थाना क्षेत्र के सीबीआई फाटक के पास ये हादसा उस वक्त हुआ जब 40 वर्षीय सुमित सेन अपने जीवन से निराश होकर रेलवे ट्रैक पर बैठ गया और उसे बचाने पहुंचे उसके बड़े भाई गणेश सेन और 15 वर्षीय बेटी निशा सेन भी उसी ट्रेन की चपेट में आ गए।
रात्रि लगभग 11 बजकर 15 मिनट पर हरिद्वार मेल वहां से गुजर रही थी। ट्रेन के चालक ने जब ट्रैक पर तीनों को देखा तब तक बहुत देर हो चुकी थी। ट्रेन तीनों को कुचलती हुई आगे बढ़ गई और ड्राइवर ने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को सूचित किया। पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों शवों को जयपुरिया अस्पताल पहुंचाया।
सुमित मूल रूप से फागी का निवासी था और जय अंबे नगर में किराए के मकान में अपने बड़े भाई और बेटी के साथ रहता था। वह बाइक टैक्सी चलाकर गुजारा कर रहा था जबकि उसका भाई मजदूरी करता था। बीती रात्रि को पारिवारिक विवाद के चलते सुमित गुस्से में घर से निकल गया और रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया।
ट्रैक पर पहुंचकर सुमित ने अपने रिश्तेदार सत्यनारायण को वीडियो कॉल किया और मरने की बात कही। उसने लोकेशन तो नहीं बताई मगर पटरियों का दृश्य दिखाया जिससे सत्यनारायण को अंदेशा हुआ कि कुछ गंभीर होने वाला है। उन्होंने फौरन सुमित की बेटी को फोन कर जानकारी दी। निशा और उसके ताऊ गणेश तुरंत सुमित को ढूंढने निकले और थोड़ी देर बाद सीबीआई फाटक के पास उसे बैठा पाया।
दोनों ने सुमित को बहुत समझाया मगर वह टस से मस नहीं हुआ। जब हरिद्वार मेल आती दिखाई दी तब भी सुमित ट्रैक से हटने को तैयार नहीं था। निशा और गणेश उसे खींचने की कोशिश कर रहे थे मगर ट्रेन की रफ्तार ने किसी को संभलने का मौका नहीं दिया और तीनों की जान चली गई।