
न्यूयॉर्क ।। पूरे विश्व में डेढ़ लाख से अधिक लोगों की जान ले चुके CORONA__VIRUS को लेकर एक नया दावा सामने आया है। अमेरिकी चैनल फॉक्स न्यूज ने दावा किया है कि CORONA__VIRUS चीन के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में काम करने वाली एक इंटर्न से गलती से लीक हुआ था। चैनल ने इस पर स्पेशल रिपोर्ट भी दिखाई। इसके बाद यूएस प्रेसिडेंट ट्रंप ने इन दावों और इससे जुड़े मामलों की जांच कराने की बात कही है।
चैनल के रिपोर्टर ने कहा कि कई सूत्र हमें बता रहे हैं कि भले ही CORONA__VIRUS प्राकृतिक है, लेकिन यह वुहान की वायरोलॉजी लैब से निकला है। वहां सुरक्षा नियमों का पालन न करने के कारण एक इंटर्न संक्रमित हो गई थी। उसके संपर्क में आकर उसका बॉयफ्रेंड संक्रमित हुआ और बाद में ये वायरस वेट मार्केट पहुंचा। शुरुआत में यह वायरस चमगादड़ से मनुष्यों में आया और इसका पहला शिकार लैब में काम करने वाली इंटर्न बनी। वह वायरस के बाहर फैलने के कारण सबसे पहले खुद संक्रमित हुई।
यूएस उन दावों की विस्तृत जांच कर रहा है कि वायरस कहां से लीक हुआ है। खुफिया एजेंसी भी इस लैब और वायरस के शुरुआती प्रकोप के बारे में सूचना जुटा रही है। ट्रंप ने कहा कि हम ऐसी कई स्टोरी सुन रहे हैं। जो भी खतरनाक घटना हुई, हम उसकी विस्तृत जांच कर रहे हैं। कई लोग इस पर गौर कर रहे हैं। लगता है इसमें कुछ सच्चाई है। मैं बस इतना कह सकता हूं कि यह कहीं से भी आया हो, चीन से जिस भी रूप में आया हो, इसकी सजा अब 184 देश भुगत रहे हैं।
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ट्रंप ने कहा कि अमेरिका वुहान में चतुर्थ स्तर की लैब को सहायता देना बंद करेगा। कई सांसदों ने पहले भी सीनेट को पत्र लिखकर लैब को सहायता रोकने का अनुरोध किया था। फ्रांस ने बताया कि वुहान में कोविड-19 और और पी-4 रिसर्च लैब के बीच संबंध का अब तक कोई तथ्यात्मक सबूत नहीं मिला है। लेकिन चीन को ये बताना होगा की CORONA__VIRUS कैसे फैसला। वरना कोई ठोस फैसला लिया जा सकता है।
राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रों के दफ्तर के एक अफसर ने बताया कि हम स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि वुहान लैब और कोरोना को लेकर अमेरिका में आ रही रिपोर्ट में सच्चाई कितनी है इसकी जांच होनी चाहिए। वहीं ब्रिटेन ने भी चीन पर दवाब बनाया हैं।
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