महराजगंज। वन स्टाॅप सेंटर (One Stop Cente) पर बतौर मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता तैनात प्रियंका दीदी ने जीने की राह आसान कर दी। उनकी वजह से अब पति पत्नी सभी गिले शिकवे भूल कर एक दूजे के हो गए। यह कहना है कि मिठौरा क्षेत्र की राधिका (25) (बदला हुआ नाम)और घुघली क्षेत्र की मीना (27) (बदला हुआ नाम)का। परिवार के उत्पीड़न से तंग आकर दोनों महिलाओं ने महराजगंज स्थित वन स्टाॅप सेंटर पर जाकर अपनी शिकायत दर्ज कराई थीं। मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता प्रियंका ने पति पत्नी की सघन काउंसिलिंग कर पुनः दोनों दंपति को एक कर दिया।
मिठौरा क्षेत्र की राधिका ने 13 जुलाई 2022 को वन स्टाॅप सेंटर (One Stop Cente) पर पति तथा ससुराल पक्ष के लोगों पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए शिकायत पत्र दिया। उन्होंने न्याय दिलाने और उत्पीड़न बंद कराने की मांग की। मामले को गंभीरता से लेते हुए पति पत्नी को सेंटर पर बुलाकर काउंसिलिंग शुरू की गयी। सेंटर पर कभी पति पत्नी की अलग-अलग तो कभी एक साथ बैठा कर काउंसिलिंग की गयी। काउंसिलिंग के जरिए पति को समझाया गया कि यदि किसी भी प्रकार से पत्नी का उत्पीड़न किया तो वह अपराध है। दोनों ने गिले शिकवे भूल गए और 28 अगस्त 2022 को एक दूजे के हो गए।
इसी प्रकार घुघली क्षेत्र की मीना ने भी ससुराल के उत्पीड़न से तंग आकर 13 जून 2022 को वन स्टाॅप सेंटर पर आकर शिकायत पत्र दिया। परामर्शदाता प्रियंका सिंह ने पति पत्नी को सेंटर पर बुलाकर काउंसिलिंग शुरू की और पति पत्नी के रिश्ते के महत्व को समझाया। पति पत्नी की चार बार काउंसिलिंग की। दो बार पति पत्नी को अलग-अलग बैठाकर दो बार साथ साथ बैठा समझाया तो धीरे-धीरे मतभेद दूर होने लगा। अब पति मीना को अपने साथ रखने के लिए तैयार हो गए। (One Stop Cente)
मीना के पति रमेश ( बदला हुआ नाम) ने बताया कि वन स्टाॅप सेंटर (One Stop Cente) के जरिए पति पत्नी के बीच के जिला शिकवे दूर हो गए। मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता प्रियंका सिंह ने पति पत्नी को ठीक से समझाया। उनकी बात समझ में आ गयी। अब दोनों में रिश्ते मजबूत हो गए है। आपसी मेल मिलाप से जिंदगी चल रही है। पति पत्नी को एक करने में वन स्टाॅप सेंटर काफी मददगार साबित हो रहा है।
पांच माह में निस्तारित हुए 31 मामले
मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता प्रियंका सिंह ने बताया कि अप्रैल 2022 से 31 अगस्त 2022 तक कुल 60 मामले वन स्टाॅप सेंटर पर आए। जिनमें से 31 मामलों का निपटारा हो गया है। अभी 29 मामले में काउंसिलिंग जारी है। सेंटर पर जिन 60 मामलों का पंजीकरण कराया गया है, उनमें अवैध संबंध, यौन उत्पीड़न ,छेड़छाड़, अपहरण, प्रेम प्रसंग और धोखाधड़ी के एक-एक, दहेज उत्पीड़न के तीन, जमीनी विवाद के पांच और पति द्वारा दूसरी शादी के पांच और अन्य छह मामले शामिल हैं ।(One Stop Cente)
सुलह समझौते के आधार पर निस्तारित होते हैं मामले
जिला प्रोबेशन अधिकारी डीसी त्रिपाठी ने बताया कि महिला उत्पीड़न जैसे घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न सहित अन्य मामलों को काउंसिलिंग तथा सुलह समझौते के आधार पर निस्तारित किया जाता है। इसके लिए पीड़िता को कानूनी, मेडिकल आदि सुविधाएं प्रदान की जातीं हैं।(One Stop Cente)
--Advertisement--