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Up Kiran, Digital Desk: हाल ही में अहमदाबाद में हुई विमान दुर्घटना को लेकर एक ज़रूरी जानकारी सामने आई है. भारत सरकार ने साफ किया है कि विमान हादसे की जो शुरुआती रिपोर्ट आई है, उसमें एयर इंडिया के पायलट को दोषी नहीं ठहराया गया है. कुछ खबरों में पहले ऐसा दिखाया जा रहा था, जिससे काफी गलतफहमी फैल गई थी. अब केंद्र सरकार के नागर विमानन मंत्रालय ने साफ-साफ कह दिया है कि शुरुआती जांच रिपोर्ट में किसी पर भी आरोप नहीं लगाया गया है.

आखिर क्या है पूरा मामला?

दरअसल, अहमदाबाद में एक एयर इंडिया के विमान का दुर्घटनाग्रस्त होना एक दुखद घटना थी. इसकी जांच के लिए एक टीम बनाई गई थी, जिसने अपनी प्राथमिक रिपोर्ट सौंपी है. अक्सर जब ऐसे हादसे होते हैं, तो सबसे पहले यही देखने की कोशिश की जाती है कि आखिर हुआ क्या था. यह शुरुआती रिपोर्ट, जिसे नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) की फ्लाइट सेफ्टी रिपोर्ट कहते हैं, बस घटनाओं का सिलसिलेवार विवरण देती है – यानी कब, क्या और कैसे हुआ, सिर्फ यही बताया जाता है. इस रिपोर्ट में दुर्घटना की असल वजह या इसके लिए किसे दोषी ठहराना है, ये बातें नहीं बताई जातीं.

नागर विमानन मंत्रालय और एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने इस बात पर जोर दिया है कि यह केवल तथ्यों का एक रिकॉर्ड है. यह सिर्फ ये बताता है कि दुर्घटना कैसे हुई, लेकिन इसका मतलब ये बिल्कुल नहीं कि किसी व्यक्ति या टीम को दोषी ठहराया जा रहा है. असली कारण जानने के लिए और किसे जिम्मेदार ठहराना है, ये सब पता लगाने में लंबा समय लगता है और ये अंतिम जांच रिपोर्ट में सामने आता है.

मंत्रालय ने कहा है कि अंतिम जांच पूरी होने और रिपोर्ट जमा होने तक, ऐसी प्राथमिक रिपोर्ट के आधार पर किसी को भी दोष देना सही नहीं है. इसका सीधा मतलब यह है कि अभी हमें इस हादसे की पूरी सच्चाई जानने के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा, क्योंकि जांच अभी पूरी नहीं हुई है और सिर्फ शुरुआती जानकारी के आधार पर निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी.