अयोध्या में राम मंदिर प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले यूपी एटीएस ने तीन संदिग्धों को अरेस्ट किया है। ये संदिग्ध सफेद कलर की स्कॉर्पियो गाड़ी पर सवार थे। यूपी एटीएस के मुताबिक इन तीनों के तार कनाडा से ऑपरेट हो रहे सुक्खा गैंग से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं। इसी गिरोह ने ही तीनों को इकट्ठा किया था और अयोध्या भेजा था।
इन 3 आरोपियों में दो सीकर जिले के जाजोद थाना इलाके के जाजोद गांव का रहने वाला है तो वहीं एक व्यक्ति झुंझुनूं जिले का रहने वाला है। जो दो सीकर जिले के रहने वाले हैं। उसमें शंकर लाल दुसाद उर्फ शंकर जाजोद जो जाजोद थाना इलाके के जाजोद गांव का रहने वाला है। इसमें से शंकर जाजोद के विरूद्ध पहले भी सीकर जिले में कई मामले दर्ज हैं।
तो वहीं प्रदीप पूनिया के पहले कोई मामला दर्ज होने की बात सामने नहीं आई है। वहीं पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने बताया है कि अयोध्या की यूपी एटीएस का जो प्रेसनोट जारी हुआ है उसे जानकारी मिली है कि सीकर के मूल निवासी शंकर जाजोद और उसके एक और अन्य साथी जो प्रदीप पूनिया सीकर के रहने वाले हैं। हालांकि ये बहुत वक्त से जयपुर में निवासरत हैं। शंकर यादव के विरूद्ध लगभग नौ मुकदमें पूर्व में दर्ज हैं।
उप्र एटीएस ने बताया है कि शंकरलाल दुसाद पर दो हज़ार सात से लेकर दो हज़ार 14 के बीच में सात मामले दर्ज किए गए थे। राजस्थान में अलग अलग जगहों पर शंकर लाल के विरूद्ध मारपीट फायरिंग, शराब तस्करी, हवाला, लूटपाट, हत्या जैसे संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। बता दें कि शंकरलाल निरंतर सात साल तक जेल में भी रह चुका है। अंदेशा है कि अपने दो साथियों के साथ मिलकर अयोध्या में किसी अप्रिय घटना को अंजाम देने आया था।
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