लखनऊ। उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पहले राउंड की वोटिंग में अब महज एक सप्ताह ही बचा है। वहीं इधर सपा गठबंधन में दरार पड़ती हुई नजर आ रही है। दरअसल समाजवादी पार्टी गठबंधन का हिस्सा अपना दल कमेरावादी पार्टी ने अपने हिस्से की सीटें वापस करने का निर्णय लिया है।
बताया जा रहा है कि अपना दल से अलग होकर बनाई गयी कृष्णा पटेल की पार्टी कमेरावादी को गठबंधन के तहत 18 सीटें दिए जाने की बात हुई थी। इसमें से 7 सीटों पर उम्मीदवार भी घोषित किये जा चुके हैं लेकिन अब पार्टी कि मुखिया ने बाकी सीटें वापस करने की बात कही है।
बताया जा रहा है कि दोनों दलों के बीच विवाद तब शुरू हुआ था जब समाजवादी पार्टी ने इलाहाबाद पश्चिम सीट से अमरनाथ मौर्य को अपने उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतार दिया जबकि इस सीट को अपना दल कमेरावादी के खाते में दी गई थी। इसके साथ ही सपा की तरफ से पल्लवी पटेल को अपने सिंबल पर सिराथू सीट से उतारा गया है।
सपा के इस फैसले से कौशांबी जिले के सपा नेताओं में ही नाराजगी देखने को मिल रही है। इलाहाबाद पश्चिम सीट पर सपा द्वारा प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद अपना दल कमेरावादी ने सभी बाकी सीटों को लौटाने का फैसला लिया है। बता दें कि कमेरावादी पार्टी के नेताओं को वाराणासी की रोहनिया, पिंडारा, जौनपुर की मड़ियाहूं, मिर्जापुर की एक सीट, सोनभद्र की घोरावाल सीट और प्रतापगढ़ सदर सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया है।
इनमें से ही एक सीट इलाहाबाद पश्चिम की थी, जिसमें 27 फरवरी को पहले राउंड को मतदान होना है। अपना दल कमेरावादी के राष्ट्रीय महासचिव का कहना है कि ‘हम नहीं चाहते कि गठबंधन में किसी तरह का विवाद या भ्रम रहे इसलिए हमने सभी सीटों को वापस करने का निर्णय लिया है।