पाकिस्तान॥ लाहौर कोर्ट ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान बाबर आजम पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है। दरअसल, आजम पर लाहौर की एक महिला हमीजा मुख्तार ने बीते वर्ष प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ब्लैकमेलिंग और प्रताड़ित करने के संगीन आरोप लगाए थे। इसके बाद उन्होंने कोर्ट की शरण ली थी।
अदालत ने शिकायत सुनने के बाद पुलिस को फौरन मामले की जांच करने का आदेश दिया था। हालांकि, तब वो केस दर्ज नहीं हो सका था क्योंकि बाबर आजम के वकील ने लाहौर हाई कोर्ट से इस पर स्टे ऑर्डर ले लिया था। हाई कोर्ट ने मामले पर 22 मार्च तक के लिए सुनवाई पर रोक लगा दी थी।
हालांकि, उसके बाद मुख्तार ने फेडरल इंवेस्टिगेटिंग एजेंसी (एफआईए) में अपनी रिपोर्ट दर्ज कराई। यहां लिखाई अपनी रिपोर्ट में उसने एक नई बात ये जोड़ दी कि उसे अंजाने नंबर और लोगों से जान से मारने की धमकी और संदेश फोन पर मिल रहे हैं एफआईए ने जब मामले की छानबीन की तो पाया कि उनमें से एक नंबर आजम के नाम पर रजिस्टर्ड है।
इसके बाद एफआईए ने बाबर आजम को पेश होने का नोटिस भेजा पर वो एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए। उनकी जगह उनके भाई फैजल आजम पेश हुए, जिन्होंने एजेंसी से थोड़ा वक्त मांगा। आजम जब खुद उपस्थित नहीं हुए तो एफआईए ने इसी के आधार पर अपनी वास्तविक रिपोर्ट तैयार की। अब लाहौर हाई कोर्ट के जज हामिद हुसैन ने गुरुवार को एफआईए को इस केस में आगे बढ़ने का आदेश दिया है और आरोपी के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने को कहा है। आपको बता दें कि बाबर आजम पाकिस्तान के विराट कोहली कहलाये जाते हैं।