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Up kiran,Digital Desk : पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने में तो अभी वक्त है, लेकिन दिल्ली में राजनीतिक हलचल अभी से तेज़ हो गई है। ऐसा लग रहा है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपनी कमर कस ली है और इस बार कमान खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संभालते दिख रहे हैं।

खबर है कि पीएम मोदी बुधवार को संसद में पश्चिम बंगाल के सभी बीजेपी सांसदों के साथ एक बड़ी बैठक करने वाले हैं। जब भी प्रधानमंत्री इस तरह की कोई बैठक करते हैं, तो इसके पीछे कोई न कोई बड़ी रणनीति जरूर छिपी होती है। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब संसद में कई अहम मुद्दों पर चर्चा होनी है, जिसने इस मुलाकात को और भी खास बना दिया है।

मीटिंग का समय क्यों है इतना अहम?

इस बैठक की सबसे दिलचस्प बात इसका समय है। यह मीटिंग ठीक उस चर्चा से पहले हो रही है, जो 9 दिसंबर को 12 राज्यों में होने वाले विशेष मतदान सुधार (SIR) को लेकर होनी है। पश्चिम बंगाल भी इन राज्यों में शामिल है।

कहानी में एक और मोड़ यह है कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) इस मतदान सुधार का खुलकर विरोध करती रही है। ऐसे में चुनाव से पहले होने वाले इस सुधार पर चर्चा और उससे ठीक पहले पीएम मोदी का अपने सांसदों से मिलना, यह दिखाता है कि बीजेपी इस मुद्दे को कितनी गंभीरता से ले रही है। माना जा रहा है कि इस बैठक में पीएम मोदी अपनी पार्टी के सांसदों को आगे की रणनीति के बारे में दिशा-निर्देश दे सकते हैं।

संसद में बंगाल पर और भी बातें

इस हफ्ते संसद में बंगाल का मुद्दा और भी गरमाया रहा। जब यह सवाल उठा कि केंद्र की 'प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना' और 'पशुपालन विकास फंड' के तहत बंगाल को कितना पैसा मिला, तो केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा, "हम चाहते हैं कि देश का हर राज्य विकास करे। प्रधानमंत्री जी ने मछली पालन उद्योग को बढ़ाने के लिए बेहतरीन योजना शुरू की, लेकिन दुख है कि पश्चिम बंगाल सरकार ने इसमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।"

यह दिखाता है कि केंद्र और राज्य सरकार के बीच योजनाओं को लेकर भी खींचतान चल रही है, जिसका असर आने वाले चुनावों पर दिख सकता है।

संसद में इस हफ्ते और क्या होगा खास?

  • वन्दे मातरम् पर चर्चा: 8 दिसंबर को लोकसभा में हमारे राष्ट्रीय गीत ‘वन्दे मातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ पर एक विशेष चर्चा होगी।
  • नया बिल: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 'सेंट्रल एक्साइज (संशोधन) बिल, 2025' पेश कर सकती हैं, जिससे तंबाकू उत्पादों पर टैक्स बढ़ सकता है।

कुल मिलाकर, दिल्ली का मौसम भले ही ठंडा हो, लेकिन बंगाल की राजनीति को लेकर सियासी पारा काफी चढ़ गया है। पीएम मोदी की यह एक बैठक आने वाले दिनों में बंगाल की राजनीति की दिशा तय कर सकती है।