नई दिल्ली॥ BJP कोविड-19 महामारी में भी वर्चुअल रैलियों में मशगूल है। जिससे पार्टी विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है। इस बीच होम मिनिस्टर अमित शाह की पहली वर्चुअल रैली से उत्साहित भाजपाई अब प्रधानमंत्री मोदी की बिहार के लिए वर्चुअल रैली कराने पर गम्भीरता से विचार कर रही है।
आपको बता दें कि इस साल के अंत तक बिहार में विधानसभा इलेक्शन होने है। जिसको देखते हुए भारतीय जनता पार्टी की इस रैली को महत्वपूर्ण बताया जा रहा है। हालांकि बिहार में भारतीय जनता पार्टी और जदयू साथ मिलकर चुनाव लड़ने की मूड बना चुकी है। इस हेतु खुद होम मिनिस्टर अमित शाह ने बिहार रैली में स्पष्ट कर दिया है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़े जाएंगे।
हालांकि भारतीय जनता पार्टी के इस वर्चुअल रैली के बहाने जदयू पर दवाब डालने की कोशिश भी मानी जाती है। जिसके तहत पार्टी 50 प्रतिशत सीटों पर इलेक्शऩ लड़ने का दावा ठोक सकती है।
उल्लेखनीय है कि बिहार में 243 विधानसभा सीटें है। सभी पार्टियां ज्यादा से ज्यादा सीटों पर इलेक्शन लड़ना चाहती है। इसके लिये दांवपेंच भी शुरु हो गया है। उधर बिहार विधानसभा इलेक्शन उस समय होने के आसार हैं जब देश में कोविड-19 के चलते लोगों का जीना दुभर हो गया है।
खासकर के प्रवासी श्रमिकों की परेशानी लॉकडाउन के दौरान सामने आई है। जिसमें बिहार के लाखों प्रवासी श्रमिकों का पलायन किसी त्रासदी से कम नहीं रहा है। देखना है कि कौन-सी पार्टी जनता के इस नब्ज को दबाकर उसे वोट में बदल करती है। बहरराल बीजेपी प्रदेश के 72,400 मतदान बूथों के प्रत्येक बूथ पर 50 लोगों को एक जगह इकठ्ठा करने के प्लॉन पर काम भी कर रही है।