Up Kiran, Digital Desk: आंध्र प्रदेश का पुट्टपर्थी शहर आज एक ऐतिहासिक पल का गवाह बन रहा है. आध्यात्मिक गुरु श्री सत्य साईं बाबा का जन्म शताब्दी समारोह (Sathya Sai Baba Centenary Celebrations) यहाँ पूरे भक्तिभाव और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है. इस खास अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पुट्टपर्थी पहुंचे, जहां उन्होंने साईं बाबा की महासमाधि स्थल पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए और उनकी शिक्षाओं को समर्पित एक विशेष स्मारक सिक्का और डाक टिकट जारी किया. यह आयोजन केवल भारत में ही नहीं, बल्कि 140 से अधिक देशों में फैले बाबा के लाखों भक्तों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, जो 13 से 24 नवंबर तक मनाए जा रहे शताब्दी समारोहों का हिस्सा है.
आस्था का महापर्व: पुट्टपर्थी में भक्तों का तांता
पुट्टपर्थी में श्री सत्य साईं बाबा का आश्रम, जिसे प्रशांति निलयम (Prashanthi Nilayam) के नाम से जाना जाता है, उनके करोड़ों अनुयायियों के लिए एक पवित्र स्थल है. प्रधानमंत्री मोदी ने आज सुबह इस आश्रम का दौरा किया और बाबा की महासमाधि पर प्रार्थना की. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू (Andhra Pradesh CM N. Chandrababu Naidu) भी इस अवसर पर उनके साथ मौजूद रहे यह 2011 में बाबा की महासमाधि के बाद सबसे बड़ा आयोजन बताया जा रहा है, जिसकी तैयारियां युद्ध स्तर पर की गई थीं. प्रशांति निलयम और आसपास के सभी मंदिर भवनों को रंग-बिरंगी रोशनी और सजावट से भव्य रूप दिया गया है, और सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं.
एक रुपये का सिक्का नहीं, सौ रुपये का स्मारक
इस शताब्दी समारोह (Sathya Sai Baba Shatabdi Samaroh) के दौरान, प्रधानमंत्री ने श्री सत्य साईं बाबा के जीवन, शिक्षाओं और स्थायी विरासत को समर्पित एक विशेष ₹100 का स्मारक सिक्का (Commemorative Coin) और स्मारक डाक टिकटों का एक सेट जारी किया. प्रसिद्ध मुद्राशास्त्री सुधीर लुणावत के अनुसार, यह 100 रुपये का सिक्का 35 ग्राम का होगा, जिसमें 50% चांदी, 40% तांबा, 5% निकल और 5% जिंक का मिश्रण रहेगा. इस सिक्के के एक तरफ बाबा की दिव्य छवि और हिंदी व अंग्रेजी में "श्री सत्य साईं बाबा जन्म शताब्दी" लिखा होगा, वहीं दूसरी तरफ अशोक स्तंभ और ₹100 का मूल्य अंकित होगा. यह स्मारक सिक्का और डाक टिकट बाबा के प्रेम, सेवा और आध्यात्म के संदेश को दुनिया भर में फैलाने में मदद करेंगे
सेवा और मानवता के प्रतीक
श्री सत्य साईं बाबा ने अपने जीवन को 'सबको प्रेम करो, सबकी सेवा करो' के आदर्श पर समर्पित कर दिया था उनके अनुयायी डेढ़ सौ से ज्यादा देशों में फैले हुए हैं, जो उनकी दी गई शिक्षाओं – सत्य, धर्म, शांति, प्रेम और अहिंसा (जो उन्होंने 'पंचशील' कहा था) – का पालन करते हैं. पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) और कई राजनेताओं समेत अनगिनत हस्तियां उनके भक्तों में शामिल हैं. आज इस पावन अवसर पर उनके संदेश को एक बार फिर से याद किया गया और उनके योगदान को श्रद्धांजलि दी गई.
आगे क्या?
पुट्टपर्थी में शताब्दी समारोह में शामिल होने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तमिलनाडु के कोयम्बटूर जाएंगे. वहां वे दक्षिण भारत प्राकृतिक कृषि शिखर सम्मेलन (South India Natural Farming Summit) का उद्घाटन करेंगे और साथ ही देश भर के नौ करोड़ किसानों को पीएम-किसान योजना (PM-Kisan Scheme) की 21वीं किस्त के रूप में 18 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि भी जारी करेंगे.

_1035252646_100x75.jpg)
_966591976_100x75.jpg)
_744697955_100x75.jpg)
_1500699965_100x75.jpg)