गर्मी में दिनों में आने वाली सब्ज़ियां खाने में भले ही कम पसंद आये लेकिन सेहत के साथ-साथ पेट का विशेष ख्याल रखती हैं। लौकी, तोरई, टिंडे, सीताफल ये अभी सभजीयां सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती हैं। खासतौर पर लौकी। इसे कई तरीके से बनाया जाता है। लौकी में फाइबर समेत कई पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं जो कई तरह की बीमारियों को दूर करते हैं।
लौकी का जूस बनाना बेहद आसान है और ये बेहद फायदेमंद भी होता है। इसके लिए आपको लौकी का छिलका उतार कर उसे ग्राइन्डर में पीसकर पेस्ट बना लेना है। आप इसमें थोड़ा पानी भी मिला सकते हैं। इसके बाद इसे छानकर या बिना छाने भी पी सकते हैं। आमतौर पर लोगों को लौकी के जूस पसंद नहीं आता है लेकिन यह सेहत काफी फायदा पहुंचाता है। हालांकि, आप इस तरीके से जूस को स्वादिष्ट बना सकते हैं।
200 to 300 ग्राम लौकी
6 से 7 पुदीना के पत्ते
नींबू का रस
सॉल्ट या काला नमक
इसे बनाने के लिए सबसे पहले लौकी को छील लें। अब इसे छोटे टुकड़ों में काट लें। इसके बाद इन टुकड़ों के साथ पुदीना के पत्ते भी ब्लेंडर में डालें और ग्राइंड कर लें। इस जूस को जब पीना हो तो इसके नींबू का रस और काल नमक डाल लें।
आयुर्वेद में बताया गया है कि जिन लोगों को वात के अलावा पित्त और कफ (कफ) की प्रॉब्लम होती है, उन्हें नियमति तौर पर एक गिलास लौकी का जूस पीना चाहिए। इससे उन्हें काफी आराम मिलेगा।
फाइबर के अतिरिक्त लौकी में विटामिन, पोटेशियम और आयरन की भी भरपूर मात्रा होती है। यही वजह है कि लौकी वज़न घटाने में भी मददगार होती है। इसके लिए रोज़ सुबह इसे खाली पेट लौकी का जूस पीना चाहिए।
यूरिक एसिड की समस्या होने पर शरीर में कई जगह सूजन आ जाती है और घुटनों में दर्द होने लगता है। इससे छुटकारा दिलाने में लौकी के जूस बेहद कारगर होता है।
लौकी में सोल्यूबल फाइबर भी पाया जाता है जो पाचन में मदद करता है।
लौकी के जूस में पोटेशियम भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है।
रोज़ाना लौकी का जूस पीने से दिल की सेहत फिट रहती है। यह दिल की सेहत को सुधारने में लाभदायक होती है।
कई बार खराब खान-पान और लाइफस्टाइल की वजह से लिवर में सूजन आ जाती है। इसके लिए लौकी के जूस में थोड़ा सा अदरक का जूस मिलाकर पीना चाहिए। ऐसा करने से लिवर की सूजन दूर होगी।