बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार जाति जनगणना कराएगी। उन्होंने कहा कि सरकार जनगणना शुरू करने से पहले राजनीतिक सहमति मांगेगी।
यहां मीडिया से बात करते हुए कुमार ने कहा कि हम राज्य में जातिगत जनगणना करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम सभी के विचारों और अनुभवों को लेने के लिए एक सर्वदलीय बैठक करना चाहते हैं। इससे सभी को फायदा होगा।
जाति जनगणना के महत्व पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सरकार को समाज के विभिन्न वर्गों के विकास के लिए काम करने में सक्षम बनाएगी।
उन्होंने कहा कि हम इसे जल्द ही शुरू करेंगे और यह भी सुनिश्चित करेंगे कि इसे ठीक से लागू किया जाए। एक बार जाति आधारित जनगणना हो जाने के बाद, सरकार उनके विकास के लिए कार्य कर सकती है।
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के नई दिल्ली में मुलाकात के बाद जद (यू) में फिर से शामिल होने की अटकलों का खंडन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक व्यक्तिगत बैठक थी और इसे राजनीतिक रंगों से नहीं देखा जाना चाहिए।
आगे उन्होंने कहा कि क्या प्रशांत किशोर के साथ मेरा रिश्ता नया है? जब मैं बीमार था, तो उसने मुझे फोन किया। जब मैं दिल्ली गया, तो मैं उससे मिला। इसमें कुछ भी राजनीतिक नहीं है। यह एक व्यक्तिगत बैठक थी।
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