congo virus: पाकिस्तान ने आधिकारिक तौर पर नए कांगो वायरस के 13वें मामले की जानकारी दी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कांगो वायरस का सबसे ताज़ा मामला बलूचिस्तान प्रांत के क्वेटा में पाया गया।
सूत्रों के हवाले से एआरवाई न्यूज़ ने बताया कि मरीज की पहचान बलूचिस्तान के किला सैफुल्लाह जिले के 32 वर्षीय निवासी के रूप में हुई है। मरीज़ को फ़िलहाल फ़ातिमा जिन्ना हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। आईये जानते हैं इस वायरस के बारे में-
कैसे फैलता है कांगो वायरस
कांगो वायरस, जिसे क्रीमियन-कांगो रक्तस्रावी बुखार या सीसीएचएफ के नाम से भी जाना जाता है, एक गंभीर वायरल रक्तस्रावी बुखार है, जो नैरोवायरस के कारण होता है - जो एक टिक-जनित वायरस है। मृत्यु दर लगभग 30 प्रतिशत है।
ये वायरस मवेशियों, बकरियों, भेड़ों और खरगोशों जैसे जानवरों द्वारा फैलता है और टिक के काटने से या वध के दौरान या बाद में संक्रमित खून के संपर्क में आने से इंसानों में फैलता है। लक्षण फैलने में एक से तीन दिन या अधिकतम नौ दिन लगते हैं।
कांगो वायरस के लक्षण जानें
- तेज़ बुखार
- मायाल्जिया या मांसपेशियों में दर्द
- चक्कर आना
- गर्दन में दर्द
- कठोरता
- कमर दद
- सिरदर्द
- पीड़ादायक आँखे
- फोटोफोबिया या प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता
- जी मिचलाना
- उल्टी करना
- दस्त
- पेट में दर्द
- गला खराब होना
- अचानक मूड में बदलाव और भ्रम
- बहुत ज्यादा नींद आना
- अवसाद और आलस्य
- पेट में दर्द
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