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भोपाल। कांग्रेस का पार्टी ने तो मानों आपनी पार्टी का नाम का अर्थ दबंग रख दिया हों। इस पार्टी के दबंगई तो इस कदर है। सांसदों और विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामलों की लड़ी ही लगती जा रही है, और फिर आज ही राची में चुनाव के चलते हो रही वोटिंग के दौरान ही काग्रेस प्रत्यासी का असलहा लहराने का मामला सामने आया है वहीं अब 7 कांग्रेसी नेताओं को तीन साल की जेल होने का मामला सामने आया है जो कि इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है।

जानिए प्‍याज की किल्‍लत के पीछे क्या है बड़ी वजह

जी हां आपकों बतातें चलें की विशेष अदालत ने शनिवार को मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के करेरा से पूर्व विधायक शकुंतला खटीक और सात अन्य कांग्रेसी नेता को तीन साल की सजा सुनाई है। साथ ही इनपर 5000 रुपए का जुर्माना भी लगाया है।

यह है पूरा मामला

दरअसल हुआ यूं की, मंदसौर में किसानों ने आंदोलन किया था। इस दौरान गोलीकांड के विरोध में कांग्रेस की तत्कालीन विधायक शकुंतला खटीक के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने करेरा में प्रदर्शन किया था। विरोध प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पुतला दहन किया था। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने वज्र वाहन से पानी की बछौर शुरु कर दी थी। जब भीड़ को पुलिस थाने के प्रभारी संजीव तिवारी ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो विधायक खटीक और उनके समर्थकों ने थाना प्रभारी संजीव सिंह के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया और थाने में प्रवेश कर दिया।

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