रायबरेली। चित्रकूट जेल कांड में मारा गया अपराधी अंशु दीक्षित अपने कारनामों से पहले भी चर्चा में रहा है। दो साल पहले रायबरेली जेल में शराब पार्टी करने को लेकर उसके कई वीडियो वायरल हुए थे, जिसके बाद अंशु के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। जेल प्रशासन ने वीडियो में दिख रहे अपराधियों को गैर जिला ट्रांसफर करते हुए जेल के कई अधिकारियों को निलंबित कर दिया था।
अंशु की जेल में शराब पार्टी का वीडियो नवम्बर 2018 में वायरल हुआ था,जिसमें मुख्य भूमिका अंशु दीक्षित की ही थी। वीडियो में बैरक नम्बर 10 में अपराधी शराब पार्टी कर रहे हैं और मोबाइल से किसी को धमकाते भी दिख रहे हैं। वीडियो में अंशु दीक्षित अपने मनपसंद शराब की भी बात कर रहा है।
शराब पार्टी में खाने पीने के भरपूर इंतजाम थे
अंशु दीक्षित की इस शराब पार्टी में खाने पीने के भरपूर इंतजाम थे और वीडियो में दिख रहा है कि उन्हें किसी का भी भय नहीं है। जेल के अंदर हो रही इस शराब पार्टी के एवज में डिप्टी जेलर को पांच हजार देने की भी बात हो रही है। अंशु दीक्षित और उसके साथी सिंगार यादव ने दावा किया था कि जेल की अव्यवस्था को लेकर जब डीआइजी से शिकायत की गई तो उन्हें जमकर पीटा गया।
वीडियो सामने आने के बाद जेल प्रशासन ने मामले में अपराधियों को बचाने की भी कोशिश करने की बात सामने आई थी। हालांकि बाद में डीएम संजय खत्री ने जेल का निरीक्षण किया और कई प्रतिबंधित वस्तएं बरामद हुई थी। डीएम की जांच रिपोर्ट आने के बाद तत्कालीन एडीजी जेल चंद्र प्रकाश ने जेल अधीक्षक प्रमोद शुक्ला सहित छह अधिकारियों व कर्मचारियों को निलंबित कर दिया था।