नई दिल्ली॥ J&K में विदेशी राजनयिकों के दौरे के बाद हलचल तेज है। एक ओर 26 लोगों पर PSA हटाने के बाद आज उनकी रिहाई संभव बताई जा रही है। दूसरी तरफ, इस बात के बड़े संकेत मिल रहे हैं कि राज्य सरकार पूर्व CM फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला की रिहाई के लिए एक समझौते पर काम कर रही है।
इस समझौते के मुताबिक, J&K के दोनों प्रमुख नेताओं को सक्रिय राजनीति से कुछ दिन दूर रहने का वादा लिए जाने के बाद ही नजरबंदी से मुक्त किया जाएगा। ये भी बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं को राजनीति से दूर रखने के लिए कुछ दिन ब्रिटेन भेजा जा सकता है।
मोदी सरकार के सूत्रों ने बताया कि ऐसा एक प्रस्ताव को तैयार किया जा रहा है जिसके बाद इस पर बातचीत के लिए फारूक और उमर अब्दुल्ला से संपर्क साधा जा सकता है। सरकार के एक उच्च सूत्रों के अनुसार, एक विचार ये भी है कि दोनों को कुछ समय के लिए ब्रिटेन भेजने का रास्ता निकाला जाए।’ सरकारी सूत्रों ने बताया कि दोनों नेता देश से बाहर रहते हुए J&K में मौजूद अपने पार्टी एजेंट्स की सहायता से भी मामलों को देख सकते हैं।