
नई दिल्ली, 14 सितम्बर, यूपी किरण रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार को 3 बजे भारत-चीन सीमा विवाद पर संसद में बयान देंगे। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन के साथ गतिरोध को लेकर मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक बुलाये जाने की सम्भावना थी लेकिन बाद में किन्हीं कारणों से टाल दी गई। यह मामला रविवार को संसद एनेक्सी के भवन में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला की अध्यक्षता में हुई व्यापार सलाहकार समिति (बीएसी) की बैठक में भी उठा था। विपक्षी पार्टियां चीन के साथ चल रहे गतिरोध को लेकर लोकसभा में चर्चा की मांग कर रही है।
राजनाथ सिंह ने हाल ही में मॉस्को में चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंगहे के साथ बैठक की थी। इसके बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर की चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात हुई थी। जयशंकर और वांग यी के बीच हुई बैठक में गतिरोध को खत्म करने के लिए पांच सूत्रीय योजना पर सहमति बनी थी। भारत और चीन के विदेश मंत्रियों के सीमा पर लंबे समय से चल रहे गतिरोध के समाधान के लिये पांच सूत्रीय योजना पर सहमत होने के बावजूद पूर्वी लद्दाख के गतिरोध वाले बिंदुओं पर स्थिति में कुल मिलाकर कोई बदलाव नहीं है।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भारत-चीन सीमा पर तनाव के मुद्दे को उठाने का प्रयास किया लेकिन स्पीकर ने उनसे इस विषय को कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) की बैठक में उठाने को कहा। उन्होंने कहा था कि हमें भारतीय सेना पर गर्व है लेकिन हमें गलवान घाटी की घटना पर चिंता व्यक्त करने का अधिकार है।