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Up Kiran, Digital Desk:  राजधानी दिल्ली के लाल किले के पास हुए एक भयानक धमाके ने कई जिंदगियां लील लीं, जिनमें एक नाम अमर कटारिया का भी था. 34 साल के अमर, जो उत्तर प्रदेश के एटा जिले के भागवाला गांव के रहने वाले थे, परिवार के इकलौते कमाऊ सदस्य थे. इस घटना ने उनके पिता राम अवतार कटारिया को अंदर तक तोड़ दिया है, जिनकी आंखों में आंसू और जुबां पर बस एक ही बात है - 'धमाके से ठीक 10 मिनट पहले ही मेरे बेटे ने मुझे फोन किया था.' यह दर्दनाक खुलासा बताता है कि कैसे पल भर में एक परिवार का सब कुछ तबाह हो गया.

आखिरी बातचीत और भयानक अंत

पिता राम अवतार कटारिया बताते हैं कि वह इस दुखद खबर को सुनकर तुरंत दिल्ली पहुंचे. उन्हें बेटे के शरीर को पहचानने में काफी मशक्कत करनी पड़ी, क्योंकि दूसरे लोग भी अपनों की तलाश में जुटे थे. हालांकि, एक पिता की आंखों ने अपने बेटे को तुरंत पहचान लिया. उन्होंने बताया कि बाकी सब तो खैर कपड़ों और जूतों से पहचान करने को कह रहे थे, लेकिन मैंने अपने बेटे को देखते ही पहचान लिया, उसका चेहरा अभी भी मेरा बेटा अमर ही था

अमर का परिवार इस समय गहरे सदमे में है. कौन जानता था कि वह 10 मिनट पहले की कॉल अमर की आखिरी बात होगी? उन्होंने फोन करके पिता से कुशलक्षेम पूछी थी, शायद यह भी बताया हो कि वह दुकान बंद कर घर आ रहा है. अमर कटारिया लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास धमाके का शिकार हुए, जब वह रोज की तरह भागीरथ पैलेस में अपनी दवा की दुकान से घर लौट रहे थे. उनके पास मेट्रो पकड़ने के लिए समय कम था और नियति को कुछ और ही मंजूर था

कौन था अमर कटारिया?

अमर कटारिया एक मेहनती और जिम्मेदार युवा थे. उन्होंने आईटीआई की पढ़ाई की थी. चार साल पहले उनकी शादी हुई थी और उनका एक 3 साल का बेटा विहान और पत्नी कीर्ति है. पहले वह नौकरी करते थे, लेकिन कोरोना महामारी से छह महीने पहले ही उन्होंने भागीरथ पैलेस में दवा का कारोबार शुरू किया था इस घटना से अमर का परिवार अब पूरी तरह बेसहारा हो गया है, क्योंकि वह घर के इकलौते कमाऊ सदस्य थे. अमर के ससुर ने यह भी बताया कि अमर के पास एक लैपटॉप बैग और सोने की चेन थी, जो घटना के बाद बरामद नहीं हुई है.

पुलिस ने इस मामले में जांच तेज कर दी है. अमर की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट भी किए गए, हालांकि पिता ने चेहरा देखकर अपने बेटे को पहचान लिया था.यह दर्दनाक घटना दिल्ली में 'व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल' की एक बड़ी साजिश का हिस्सा मानी जा रही है, जहां कथित तौर पर आतंकी डॉक्टर उमर नबी एक कार का इस्तेमाल कर रहा था. अमर कटारिया उसी वाहन की सफाई का काम करते थे जिसे डॉ. उमर नबी ने इस्तेमाल किया था. इस मामले की हर पहलू से जांच चल रही है और अमर के परिवार को न्याय का इंतजार है.