रांची। झारखंड के देवघर स्थित त्रिकूट रोपवे हादसे को लगभग 48 घंटे बीतने को है लेकिन अभी भी सारे लोगों को नहीं निकाला जा सका है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अब तक 37 लोगों को बचा लिया गया है जबकि 10 लोग अभी भी तीन केबल कार में फंसे हुए हैं।
मुख्मयंत्री हेमत सोरेन ने हादसे पर अफ़सोस जताया है और घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। बचाव कार्य में भारतीय सेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी और स्थानीय पुलिस जुटी हुई है। रोपवे हादसे की वजह से हवा में फंसे लोगों को निकालने के लिए भारतीय सेना के एक Mi-17 और एक Mi-17 V5 हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है।
बताया जा रहा है कि अब तक बचाए गए लोगों को पास के ही एक अस्पताल में एडमिट कराया गया है। खबर है कि लंबे समय तक ऊंचाई पर फंसे रहने से कई लोगों की तबियत खराब हो गई है। सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने बताया कि इस संबंध में पीएम और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बीच बातचीत भी हो चुकी है।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे का कहना है कि ऐसा पहली बार है जब भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना, एनडीआरएफ और आईटीबीपी ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर कोई ऑपरेशन चलाया है। बता दें कि रविवार को बाबा बैद्यनाथ मंदिर के पास त्रिकूट पहाड़ी पर रोपवे हादसा हो गया था। इस घटना में दो लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है।