img

कांग्रेस नेता राहुल गांधी दो दिन के मणिपुर दौरे पर थे। राहुल गांधी यहां राहत शिविर में हिंसा पीड़ित लोगों से मिले। जातीय संघर्ष के बाद से राज्यभर में अब तक करीब 50,000 लोग 300 से ज्यादा राहत शिविरों में रह रहे हैं।

राहुल गांधी ने अपने दो दिन के मणिपुर दौरे में कई राहत शिविरों का दौरा किया। इस दौरान राहत शिविरों की जो तस्वीरें सामने आई, वह भी कम चिंताजनक नहीं थी। अपना घर बार छोड़कर राहत शिविरों में रह रहे लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राहुल गांधी ने ऐसे ही एक राहत कैंप का दौरा करने के बाद कहा था, राहत शिविरों में दवाओं की कमी है, जिस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए। मणिपुर को शायद रक्षा से कुछ नहीं होने वाला।

उन्होंने कहा कि हमें दवाई की कमी है। बैंक कमाई कर रही है। अब ज्यादा जाना है तो सरकार को इन चीजों के बारे में। एक्शन लेना चाहिए। मगर मेरी अपील हर। व्यक्ति से मणिपुर के हर व्यक्ति से है। मणिपुर को अशांत क्षेत्र नहीं हासिल है। जो भी मैं कर सकता हूं, जो भी मदद कर सकता हूं शांति के लिए, मैं करने के लिए तैयार हूं। कांग्रेस पार्टी ने भी अपने ट्विटर हैंडल से कई तस्वीरें पोस्ट की जिसमें साफ नजर आ रहा था कि लोग काफी कम संसाधनों के साथ राहत कैंपों में रहने को मजबूर हैं। 

--Advertisement--