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मौत कब और किस को आ जाए कोई नहीं जानता। जिस ऑपरेशन थिएटर में डॉक्टर्स मरीजों की जान बचाते हैं, अगर उसी ऑपरेशन थिएटर में खुद डॉक्टर की जान चली जाए तो यह बात बेहद चौंकाने वाली लगती है।
कुछ ऐसा ही हुआ जांजगीर चांपा के जिला अस्पताल में शुक्रवार की रात ऑपरेशन थिएटर में एक डॉक्टर की मौत हो गई। जैसे ही यह खबर फैली, अस्पताल में हड़कंप मच गया। जांजगीर के ठाकुर छेदीलाल बैरिस्टर जिला अस्पताल में शुक्रवार की रात अलग अलग तरह के मरीजों के ऑपरेशन का प्लान किया गया था। ऑपरेशन थिएटर में डॉक्टरों की टीम तैनात थी।
डॉक्टर शोभाराम बंजारे ऑपरेशन से पहले मरीज को बेहोशी का इंजेक्शन लगा रहे थे। तभी अचानक वह जमीन पर गिर गए। उन्हें तुरंत इलाज दिया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। यानी जिस जगह पर उन्होंने कई लोगों की जिंदगी बचाई, उसी जगह पर डॉक्टर बंजारे ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। दरअसल उन्हें हार्ट अटैक आया था। मृतक के परिजन भिलाई में रहते हैं।
परिजनों ने बताया कि डॉक्टर बंजारे को पहले भी हार्टअटैक आ चुका है। साथियों ने बिना पोस्टमार्टम किए शव ले जाने की इच्छा जताई। बता दें कि जिला अस्पताल में डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए कई डॉक्टरों की नियुक्ति डीएमएफ फंड से की गई है। इसके तहत डॉक्टर शोभाराम बंजारे को भी नियुक्त किया गया था। बताया जाता है कि उनकी नियुक्ति के बाद जिला अस्पताल में डॉक्टर्स की टीम ने कई बड़े ऑपरेशन सफलतापूर्वक किए थे।