अक्सर हमारी आदत होती है कि उपवास के नाम पर हम बहुत सारी फ्राइड और अनहे्ल्दी चीज़ें खा जाते हैं, जिसका बुरा असर एक-दो दिन बाद हमारी त्वचा पर दिखना शुरू हो जाता है। अगर इस बार भी व्रत के दौरान आप कुट्टू की पकौड़ियां या साबुदाने की टिक्कियों को पुदीने की चटनी के साथ खाने की तैयारी कर रही हैं तो एक बार अपनी त्वचा के बारे में जरूर सोच लें।
1. अनहेल्दी फास्टिंग/व्रत की अवधि के आधार पर आपको सिरदर्द, सुस्ती और कब्ज का अनुभव हो सकता है। इस दौरान कम पानी पीने से भी बॉडी में ब्लड शुगर लेवल कम हो जाता है। ऐसी अवस्था को हाइपोग्लाइसीमिया कहा जाता है।
2. जो लोग पहले से ही अंडरवेट होते हैं, व्रत के दौरान अनहेल्दी खाने से उनकी एनर्जी लेवल घटने की आशंका रहती है। इससे उनकी हड्डियां कमजोर हो सकती हैं और इम्यून सिस्टम पर भी इसका नकारात्मक असर पड़ता है। वहीं इस अनहेल्दी उपवास के दौरान डाइट पर रिस्ट्रिक्शन के कारण कई त्वचा रोगों जैसे कि एटोपिक एक्जिमा, सोरायसिस और एक्ने की समस्या हो सकती है।
3. व्रत के दौरान दिन भर हम जो भी तला-भुना खाते हैं, उसका मुख्य प्रभाव बॉडी के इम्यून सिस्टम पर पड़ता है, जैसे की प्रो-इन्फ्लेमेट्री समूहों की गतिविधि में कमी और एंटी-इंफ्लेमेट्री साइटोकिन्स सिक्रीशन में वृद्धि होना। इनसे हमारा इम्यून बेहद कमजोर हो जाता है और यह सही ढंग से काम नहीं कर पाता।
4. अनहेल्दी व्रत के दौरान स्किन की बैरियर को रात में त्वचीय ब्लड फ्लो, एडेक्टिव इम्यून एक्टिविटी, प्रो-इंफ्लेमेट्री साइटोकिन्स और हिस्टामाइन के साथ अधिक समझौता करना पड़ता है, जबकि कार्टिकोस्टेरॉइड का सिक्रीशन आमतौर पर कम हो जाता है, जो कुछ त्वचा संबंधी रोगों को पैदा करता है। इससे सूजन और स्किन रैशेज जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।