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Up Kiran, Digital Desk: यदि आप 7 सितंबर को बद्रीनाथ धाम जाने का विचार कर रहे हैं, तो अपनी योजना पर फिर से सोच लें। मंदिर प्रशासन ने साफ कर दिया है कि इस दिन चंद्रग्रहण के कारण कपाट बंद रहेंगे। धर्माधिकारी राधा कृष्ण थपलियाल के अनुसार, ग्रहण काल समाप्त होने के बाद ही मंदिर पुनः खोला जाएगा।

बद्रीनाथ मंदिर की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 7 सितंबर को चंद्रग्रहण रात 9:56 बजे शुरू होगा, लेकिन उससे नौ घंटे पहले ही सूतक काल आरंभ हो जाएगा। सूतक दोपहर 12:56 बजे से प्रारंभ होगा, जिसके चलते मंदिर के कपाट 12:50 पर बंद कर दिए जाएंगे। परंपरा के अनुसार, ग्रहण काल के दौरान मंदिर के कपाट नहीं खोले जाते और पूजा-अर्चना भी स्थगित रहती है। ग्रहण समाप्त होने के बाद 8 सितंबर की भोर में ब्रह्म मुहूर्त पर शुद्धिकरण प्रक्रिया पूरी करके कपाट दोबारा खोले जाएंगे।

इस बार का चंद्रग्रहण खगोल विज्ञान की दृष्टि से भी खास है। 7 सितंबर की शाम 5:11 बजे EDT (भारतीय समयानुसार 8 सितंबर की तड़के 2:41 बजे) चंद्रग्रहण अपनी अधिकतम अवस्था में पहुंचेगा। इसका अर्थ है कि चंद्रमा पूरी तरह पृथ्वी की गहरी अम्ब्रा छाया में ढक जाएगा। जब चंद्रमा इस छाया में पूरी तरह समा जाता है, उसे पूर्णता की अवस्था कहा जाता है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि यह अवस्था लगभग 82 मिनट तक बनी रहेगी।

संक्षेप में बद्रीनाथ धाम 7 सितंबर को पूरे दिन दर्शनार्थियों के लिए बंद रहेगा। श्रद्धालुओं को मंदिर के कपाट 8 सितंबर की सुबह खुलने के बाद ही प्रवेश मिलेगा। धार्मिक आस्था और खगोल विज्ञान, दोनों की दृष्टि से यह अवसर महत्वपूर्ण है और भक्तों को अपनी यात्रा उसी अनुसार तय करनी चाहिए।

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