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पाक अफगान सीमा पर सक्रिय अलकायदा और तहरीके तालिबान को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने बड़ा खुलासा किया है। एनआईए सूत्रों के मुताबिक भारत के पाँच प्रदेशों में तहरीके तालिबान और अलकायदा युवाओं को भड़काने का काम कर रहे हैं। यही वजह है कि एनआईए ने तमिलनाडु, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात और असम की एटीएस को इस बारे में आगाह किया है और लाइन रेडिकलाइजेशन के लिए सीक्रेट ऐप का इस्तेमाल किया जा रहा है।

जांच में खुलासा हुआ कि कुछ रेडिकल आईडी युवाओं ने अफगानिस्तान में बसने के लिए वहां जमीन खरीदने का प्लान तक तैयार किया। एनआईए के मुताबिक इन दो नौजवानों ने कुछ दिन पहले ही अफगानिस्तान में जमीन खरीदने के लिए हैंडलर्स को भारी फंड ट्रांसफर किया। अलकायदा और तहरीके तालिबान जैसे ग्लोबल आतंकी संगठन पहले भी भारत को टारगेट करने की धमकी दे चुके हैं।

यही वजह है कि एनआईए इनकी गतिविधियों पर निरंतर नजर रखती है। बीते एक साल से अफगानिस्तान पाकिस्तान सीमा पर तहरीक ए तालिबान ने ऐसा कहर मचाया है कि पाकिस्तान के कई इलाकों में अघोषित इमरजेंसी जैसे हालात हैं। तहरीके तालिबान के हमले से पेशावर, क्वेटा, कराची और स्वात वैली जैसे इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।

सूत्र कहते हैं कि तहरीके तालिबान पाक अफगान सीमा के बाहर भी भटके युवाओं को बहला फुसला कर अपने गुट में लाना चाहता है। लेकिन सुरक्षा एजेंसियां हिंसक तरीके तालिबान की हर एक गतिविधि पर नजर रख रही हैं।

 

 

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