मंदिर में जाने के बाद बहुत से लोग अपने माथे पर अष्टगंध लगाते हैं। धार्मिक दृष्टि से अष्टगंध को बहुत खास माना जाता है। अष्टगंध कुंकु, अरारोट, कस्तूरी, लौंग, केसर, चंदन, कपूर और तुलसी जैसी 8 चीजों से बनाया जाता है।
अष्टगंध को माथे पर लगाने से मन शांत रहता है। अष्टगंध को माथे के मध्य भाग में लगाने से एकाग्रता बढ़ती है। अष्टगंध में शीतलन गुण होते हैं इसलिए अष्टगंध के प्रयोग से त्वचा की सूजन कम हो जाती है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अष्टगंध को माथे पर लगाने से ग्रह दोष कम होते हैं ऐसा कहा जाता है कि अष्टगंध को रोजाना माथे पर लगाने से मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है।
आपको बता दें कि अष्टगंध एक खास सुगंध है जो श्री कृष्ण से निकलती थी । ये ऐसी सुगंध है जिसे व्यक्ति पवित्रता, पवित्रता और सकारात्मकता से जोड़ता है। इस चूर्ण को पानी में मिक्स कर एक मुलायम पेस्ट बना लें । ये पेस्ट स्वस्थ शरीर, मन और आत्मा के लिए पॉजिटिव एनर्जी पैदा करता है।
नोच- उपरोक्त बातें सामान्य जानकारी पर आधारित है। हमारी टीम इसका समर्थन नहीं करती है।
--Advertisement--