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केंद्र की मोदी सरकार जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है। सरकारी योजनाओं का फायदा आम लोगों तक पहुंचे इसके लिए मोदी सरकार सतर्क नजर आ रही है. वैसे तो सरकार की कई योजनाएं हैं, पर मोदी सरकार की कुछ योजनाएं ऐसी भी हैं, जो गरीबों और बहुत जरूरतमंदों के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। इस बीच जानिए मोदी सरकार की 3 जनकल्याणकारी योजनाएं, जिनका लाभ गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर लोग उठा सकते हैं।

पीएम उज्ज्वला योजना: मोदी सरकार ने देश में महिलाओं के जीवन में बदलाव लाने के लिए मई 2016 में पीएम उज्ज्वला योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत बीपीएल कार्ड धारकों को निःशुल्क गैस कनेक्शन दिया जाता है और प्रति वर्ष 12 गैस सिलेंडर सब्सिडी पर मिलते हैं। 

इस योजना की खास बात यह है कि सरकारी सब्सिडी सीधे पात्र लाभार्थियों के बैंक खाते में जमा की जाती है। 1 मार्च 2023 तक उज्ज्वला योजना के 9.59 करोड़ लाभार्थी हैं. केंद्र सरकार ने योजना के विस्तार के लिए एक योजना की भी घोषणा की है, जिसके तहत 2023-24 से 2025-26 तक तीन वर्षों में 1650 करोड़ रुपये की लागत से 75 लाख नए उज्ज्वला एलपीजी कनेक्शन जारी किए जाएंगे।

पीएम गरीब कल्याण खाद्य योजना: 

मोदी सरकार ने इस योजना की शुरुआत कोरोना काल यानी मार्च 2020 में की थी. कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान मोदी सरकार ने इस योजना को शुरू करके देश के करीब 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज दिया था. केंद्र सरकार इस योजना को कई बार बढ़ा चुकी है. फिलहाल इस योजना का लाभ दिसंबर 2023 तक उठाया जा सकता है. पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के जरिए देश के 80 करोड़ नागरिकों को हर महीने 5 किलो गेहूं या चावल मुफ्त दिया जाता है। कहा जा रहा है कि यह योजना दिसंबर के बाद भी जारी रह सकती है.

आयुष्मान भारत योजना: देश के गरीबों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के स्वास्थ्य का ख्याल रखने के उद्देश्य से मोदी सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना शुरू की गई थी। इस योजना के तहत आयुष्मान कार्ड धारकों को 5 लाख रुपये तक मुफ्त उपचार की सुविधा मिलती है. 

 

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