
तोते अच्छे व्यवहार वाले पक्षी हैं। तोते की मीठी, मीठी आवाज बच्चों पर हमेशा अपना जादू बिखेरती है। संकट के समय तोता मालिक की मदद करता है। जान बचा सकते हैं।
दिलचस्प बात यह है कि तोतों की याददाश्त भी अच्छी होती है। एक बार उसे कोई बात बता दी जाए तो वह उसे कभी नहीं भूलता, चाहे वह किसी व्यक्ति का चेहरा हो या उसका नाम। इससे उत्तर प्रदेश के आगरा में एक हत्या का पता चला। तोते की गवाही के कारण आरोपी जेल चला गया। अदालत ने आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। मगर महिला की हत्या के छह महीने बाद तोता भी मर गया, मगर मरने से पहले तोते ने परिजनों को हत्यारों का सुराग दे दिया.
क्या है माजरा
आगरा निवासी विजय शर्मा 20 फरवरी 2014 को अपनी बेटी और बेटे को लेकर फिरोजाबाद में एक शादी समारोह में गया था। इस समय विजय शर्मा की पत्नी नीलम और उनके पिता आनंद शर्मा घर पर थे। जब वह घर लौटा तो उसने अपनी पत्नी नीलम की हत्या कर दी। उसकी धारदार हथियार से हत्या की गई थी। हत्या घर से जेवर लूट कर की गई है। इसके बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया।
विजय शर्मा के घर में एक पालतू तोता हीरा था। घटना के बाद वह डिप्रेशन में आ गया। परिजनों को शक हुआ। फिर उसने तोते के सामने कई लोगों के नाम लिए। उसने विजय शर्मा के भतीजे आशु उर्फ आशुतोष गोस्वामी का नाम लिया और तोता जोर-जोर से चिल्लाने लगा। फिर उसने यह जानकारी पुलिस को दी। पुलिस के सामने तोते ने ऐसा ही किया।
पुलिस ने आशु को हिरासत में ले लिया
आशु को पुलिस ने हिरासत में लिया था। पुलिस ने पहचान पत्र दिखाते ही उसने हत्या करना कबूल कर लिया। उसने कहा कि उसने दोस्त रॉनी मेसी के साथ मिलकर नीलम शर्मा की हत्या की है। नीलम आशु को एक बच्चे की तरह मानती थी। मगर उसने उसे मार डाला।
बेटी निवेदिता ने बताया कि तोता निरंतर उसकी मां नीलम से बात कर रहा था। वह उसके साथ डिनर कर रहा था। आशु उसकी मौसी का बेटा था, इसलिए उसका घर पर आना-जाना लगा रहता था। वह घर में रखी नगद राशि व जेवरात के बारे में जानता था, इसलिए उसने लूट की प्लानिंग की। उसने मां नीलम शर्मा को 14 बार और पालतू कुत्ते जैकी पर 9 बार वार किया। उस वक्त घर में एक पालतू तोता भी मौजूद था। उसने पूरी घटना देखी थी। हालांकि, 6 माह बाद तोते की मौत हो गई। अदालत ने गुरुवार को आरोपी को उम्रकैद और 72 हजार के जुर्माने की सजा सुनाई है।
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