यदि आप भगवान केदार के धाम की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो आपके लिए एक जरूरी सूचना है। धार्मिक स्थलों की यात्रा के समय, यात्री अक्सर समस्या का सामना करते हैं। इसलिए, उन्हें सुरक्षित रहने की सलाह दी जाती है।
इस वर्ष, भीषण गर्मी के कारण केदारनाथ पैदल रूट पर नए चुनौतियों का सामना हो रहा है। ग्लेशियरों की गर्मी से, जो पिघलने लगे हैं, हिमनदों का बहने का खतरा बढ़ गया है। लेकिन शुभ समाचार यह है कि स्थानीय अधिकारियों ने इस चुनौती को स्वीकार किया है और कड़ी मेहनत कर रहे हैं इसे हल करने के लिए।
इससे केदारनाथ पैदल ट्रैक पर भैरव व कुबेर ग्लेशियर प्वाइंट भक्तों के लिए खतरनाक बन चुके हैं। असल में, बर्फ के तेजी से पिघलने के चलते बड़े-बड़े हिमखंड और बोल्डर मिट्टी के साथ नीचे आ रहे हैं। इन्हें हटाने के लिए लोक निर्माण विभाग ने 55 श्रमिक लगाए हैं।
तो वहीं, रात्रि में हिमखंडों के गिरने का खतरा भी है, लेकिन स्थानीय अफसरों कर्मचारियों ने इस पर कड़ी नजर रखी है। यात्रियों को सुरक्षित रहने के लिए, उन्हें स्थानीय अधिकारियों की दिशा निर्देशन का पालन करना चाहिए।
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