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जालंधर के शाहकोट कस्बे में किसानों ने एक मीटिंग की, जिसमें उन्होंने फिर से शंभू बॉर्डर पर धरना देने की हुंकार भरी है। किसानों ने मीटिंग में फैसला लिया है कि वे 20 जून को शंभू बॉर्डर के लिए रवाना होंगे। किसान नेता जसबीर सिंह पिद्दी ने कहा- शाहकोट गुरुद्वारा साहिब में मीटिंग हुई। मीटिंग में मुख्य रूप से जनता द्वारा दी गयी राशि के उपयोग और आगे की रणनीति पर चर्चा की गयी।

किसान नेता ने कहा- शंभू बॉर्डर पर किसानों के धरने को और मजबूत करने की तैयारियों पर भी चर्चा हुई। पिद्दी ने कहा- 20 जून को जालंधर और आसपास के जिलों से अलग-अलग टीमें शंभू बॉर्डर के लिए रवाना होंगी। ताकि उक्त हड़ताल को और अधिक मजबूती मिल सके। यह धरना तब तक जारी रहेगा जब तक मोदी सरकार हमारी बात नहीं मान लेती।

किसान नेता सलविंदर सिंह ने कहा कि शंभू बॉर्डर पर संयुक्त धरने को लगभग चार महीने बीत चुके हैं और किसान तमाम मुश्किलों का सामना करते हुए भी इस धरने को बखूबी निभा रहे हैं। सभी जिलों में विआंतो बंदी का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें मुख्य रूप से फसलों और धान की कटाई पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है, ताकि मोर्चा सुचारू रूप से चल सके।

किसान नेताओं ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से सांसद चुनी गईं कंगना रनौत को थप्पड़ मारने वाली पंजाब की बेटी पर की गई कार्रवाई गलत है। कंगना ने सबसे पहले सीआईएसएफ में तैनात पंजाब के कपूरथला की रहने वाली कुलविंदर कौर के लिए आपत्तिजनक बातें कहीं, जिसके बाद कुलविंदर कौर ने ऐसा कदम उठाया। किसानों की मांग है कि कुलविंदर कौर को तुरंत नौकरी से बहाल किया जाए और दर्ज एफआईआर रद्द की जाए। अन्यथा हमारी हड़ताल जारी रहेगी।

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