lucknow News। वसीम रिजवी (Wasim Rizvi) के खिलाफ मुस्लिम समुदाय में जबरजस्त आक्रोश है। शिया व सुन्नी दोनों ही समुदाय के लोग रिजवी का विरोध कर रहे हैं। देशभर में वसीम के पुतले जलाये जा रहे हैं। रविवार को यहां मीडिया से मुखातिब शिया-सुन्नी धर्मगुरुओं ने रिजवी को इस्लाम से खारिज करने का फतवा दिया। एक दिन पहले मुरादाबाद बार के पूर्व अध्यक्ष अमीरुल हसन जाफरी ने वसीम रिजवी के सिर को कलम करने वाले को 11 लाख रुपए का इनाम देने का ऐलान किया है। शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने कुरान की 26 आयतों को हटाने से संबंधित एक जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की है।
प्रेस कांफ्रेंस में टीले वाली मस्जिद के इमाम मौलाना फजले मन्नान रहमानी नदवी और मौलाना डॉ. कल्बे सिब्तैन नूरी ने कहा कि वसीम इस्रराइल के एजेंट के रूप में काम रहे हैं। इनका मकसद नुस्लीम समाज को नुकसान पहुंचाना है। वसीम (Wasim Rizvi) के कृत्य को माफ नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वसीम रिजवी ने हमेशा मुस्लिम समाज को बदनाम किया है। वह हमारे समाज का हिस्सा नहीं हैं। दोनों मौलाना ने वसीम को इस्लाम से खारिज और मुस्लिम समाज से बेदखल करने का फतवा दिया।
शनिवार को शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने भी बयान जारी कर वसीम के कृत्य को माफ़ न किया जाने वाला करार देते हुए सरकार से उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की। इसी तरह कर्बला दयानुद्दौला में मजलिस के बाद महिलाओं ने वसीम का पोस्टर फूंककर प्रदर्शन किया। महिलाओं ने सरकार से वसीम रिजवी (Wasim Rizvi) के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। इसी तरह कश्मीरी मोहल्ला स्थित रिजवी के घर के बाहर भारतीय इंसानियत फोरम के अध्यक्ष जीशान खान ने दर्जनों लोगों के साथ कुरान की तिलावत की थी।
मुरादाबाद में शनिवार को राहत मोलाई कौमी एकता संगठन के तत्वावधान में आयोजित एक कार्यक्रम में बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अमीरुल हसन जाफरी ने वसीम रिजवी (Wasim Rizvi) के सिर को कलम करने वाले को 11 लाख रुपए का इनाम देने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि कुरआन मजीद के बारे में गलत बयानबाजी करने वालों को ऐसी सजा देना कोई अपराध नहीं है। उन्होंने कहा कि वह चंदा लेकर इनाम की राशि इंतजाम करेंगे।