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Up Kiran, Digital Desk: आजकल की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी, अस्वस्थ खानपान और नींद की कमी से लोगों की सेहत पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। इसमें ब्रेन स्ट्रोक जैसे खतरनाक रोग का खतरा दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। हर साल लाखों लोग स्ट्रोक की चपेट में आते हैं, और कई बार यह स्थिति जानलेवा भी साबित होती है। हालांकि, अगर वक्त रहते सतर्कता बरती जाए, तो इस खतरनाक स्थिति से बचा जा सकता है। यहां हम चार ऐसे प्रमुख कारणों पर चर्चा करेंगे, जिनसे स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है और जिनसे बचना आवश्यक है।

1. उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर)

ब्लड प्रेशर का बढ़ना स्ट्रोक का सबसे बड़ा कारण माना जाता है। जब रक्तचाप उच्च होता है, तो यह दिमाग की नसों पर अतिरिक्त दबाव डालता है। अगर यह दबाव बहुत बढ़ जाता है, तो नसें फट सकती हैं, जिससे हेमरेजिक स्ट्रोक की संभावना होती है। अक्सर हाई ब्लड प्रेशर किसी विशेष लक्षण के बिना बढ़ता रहता है, इसलिए इसे "साइलेंट किलर" कहा जाता है। ऐसे में, जो लोग उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं, उन्हें नियमित रूप से ब्लड प्रेशर चेक कराना और डॉक्टर के परामर्श से दवाइयां लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

2. अस्वस्थ जीवनशैली और खराब आहार

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अक्सर तला-भुना और जंक फूड खाते हैं, जिनमें ट्रांस फैट और कोलेस्ट्रॉल की अधिकता होती है। यह तत्व रक्तवाहिकाओं में चर्बी जमा करते हैं, जिससे रक्त संचार में रुकावट आती है और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा, रात में देर तक जागने और पर्याप्त नींद न लेने से भी स्थिति गंभीर हो सकती है। शरीर को आराम की आवश्यकता होती है, और नींद की कमी से रक्तप्रवाह में असंतुलन आता है, जिससे स्ट्रोक का जोखिम अधिक बढ़ता है।

3. धूम्रपान और शराब का सेवन

धूम्रपान और शराब का सेवन शरीर के लिए अत्यधिक हानिकारक है, और इनका असर न केवल शरीर पर, बल्कि दिमाग पर भी पड़ता है। सिगरेट का धुआं रक्तवाहिकाओं को कमजोर करता है और खून को गाढ़ा बना देता है, जिससे रक्त में थक्का जमने की संभावना बढ़ती है। शराब का सेवन भी रक्तचाप को बढ़ाता है और शरीर के अंगों को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाता है। यह आदतें कम उम्र में ही गंभीर बीमारियों को जन्म देती हैं, और समय रहते इनसे बचना चाहिए।

4. मानसिक तनाव

आजकल की तेज़ रफ्तार जिंदगी में मानसिक तनाव एक सामान्य समस्या बन चुकी है। जब व्यक्ति लगातार तनाव में रहता है, तो शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जो रक्तचाप और शुगर दोनों को प्रभावित करता है। लंबे समय तक मानसिक दबाव में रहने से स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए यह जरूरी है कि हम केवल शरीर का ध्यान नहीं रखें, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें और खुद को तनावमुक्त रखने के प्रयास करें।

स्ट्रोक से बचाव के उपाय

स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम: ताजे फल, सब्ज़ियां और संतुलित आहार का सेवन करें। साथ ही नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियों में शामिल हों।

ब्लड प्रेशर पर नियंत्रण: यदि रक्तचाप अधिक है, तो नियमित रूप से इसकी जांच कराएं और डॉक्टर की सलाह पर दवाइयां लें।

धूम्रपान और शराब से परहेज़: इन आदतों से बचें, क्योंकि ये शरीर पर अत्यधिक नकारात्मक प्रभाव डालती हैं।

मानसिक शांति: ध्यान, योग, और शारीरिक विश्राम तकनीकों का अभ्यास करें ताकि मानसिक तनाव को कम किया जा सके।